पोर्ट एलिजाबेथ। श्रीलंका के हाथों 0-2 से टेस्ट सीरीज में मिली हार के बाद दक्षिण अफ्रीका के कप्तान फाफ डू प्लेसिस ने इस हार को बड़ा झटका बताते हुए कहा है कि अपनी सरजमीं पर श्रीलंका के हाथों सीरीज गंवाने से टीम के आत्मविश्वास पर गहरी चोट लगी है।
दक्षिण अफ्रीकी कप्तान ने कहा, यह बहुत बड़ी क्षति है। मुझे लगा था कि यह सीरीज हमारे लिए अच्छी रहेगी लेकिन पिछले दो मैच में हम जिस तरह खेले वह अच्छा नहीं था। हमने श्रीलंका को काफी हल्के में लिया जिसका हमने खामियाजा भुगता। यह सीरीज हमारे लिए खराब रही।
दूसरे टेस्ट में पहले दो दिनों में 31 विकेट गिरे थे, जिसके बाद यहां की पिच को लेकर सवाल उठ रहे हैं। हालांकि डू प्लेसिस ने कहा कि इस बात को बहाना नहीं बनाया जा सकता क्योंकि टीम ने खराब प्रदर्शन किया।
डू प्लेसिस ने कहा अगर हमारी ओर से कोई भी इस तरह की बात कर रहा है तो मैं इससे सहमत नहीं हूं। यह सिर्फ एक बहाना है। ऐसी कोई बात मैंने ड्रेसिंग रुम के अंदर नहीं सुनी। पहले जो कुछ हुआ उसे हमें भुलाकर आगे बढ़ने की जरुरत है। हमें इस मानसिकता के साथ खेलना है कि हमें ज्यादा से ज्यादा रन बनाने है।
उन्होंने कहा यह पिच बहुत अच्छी थी और मुझे लगता है कि पूरी सीरीज के दौरीन दोनों टीमों ने बल्लेबाजी में कुछ खास प्रदर्शन नहीं किया। यह पहली बार था जब दो बल्लेबाजों ने एक अच्छी साझेदारी की और मैच को आसान बनाया।
जब मैं दोनों पारी में बल्लेबाजी करने उतरा तो मुझे लगा कि यह पिच बल्लेबाजी के लिए अच्छी है लेकिन दो दिनों में 30 विकेट गिरने से मानसिक तौर पर ऐसा लगने लगा कि यह पिच बल्लेबाजी के लिए नहीं है। हालांकि ऐसा नहीं था।
कप्तान ने कहा गेंदबाजों ने बेहतर प्रदर्शन किया और जल्दी विकेट लिए लेकिन हमारी बल्लेबाजी कुछ अच्छी नहीं रही। हालांकि हमारे 99 फीसदी विकेट गलत शाट्स के कारण गिरे और मुझे लगता है कि इस पर सवाल उठना लाजिमी है।
डू प्लेसिस को लगता है कि दक्षिण अफ्रीका का कोई बल्लेबाज बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाया और चार पारी मिलाकर भी कोई बल्लेबाज शतक बनाने में नाकामयाब रहा। अनुभवी हाशिम अमला ने चार पारियों में क्रमश 3, 16, 0 और 32 बनाए। डू प्लेसिस टीम के एकमात्र ऐसे बल्लेबाज रहे, जिन्होंने अर्धशतक लगाया।
अनुभवी बल्लेबाजों को विश्राम देने के सवाल पर उन्होंने कहा, यह कहना मुश्किल है। आप शीर्ष बल्लेबाजों को विश्राम देने की बात कर रहे हैं। डीन इल्गर, अमला बहुत अनुभवी है और उन्हें टीम से बाहर रखना एक बड़ा और मुश्किल फैसला होता।
ये बल्लेबाज काफी समय से अच्छा करते आ रहे हैं और एक सीरीज में खराब प्रदर्शन करने के चलते आप उन्हें खराब खिलाड़ी नहीं बता सकते। हां, अगर ऐसा प्रदर्शन लगातार दो-चार सीरीज में जारी रहता है तो जरुर इस बारे में विचार हो सकता है।
डू प्लेसिस ने कहा घरेलू क्रिकेट से निकलकर अंतराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन करना इतना आसान नहीं होता। थ्यूनिस डी ब्रयून और जुबायर हम्जा जैसे खिलाड़ी अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं।