दूधिया रोशनी में खेले जाने वाले टेस्ट के लिए फिट गेंदें देना बड़ी चुनौती है। एसजी गुलाबी गेंद का अभी प्रतिस्पर्धी मैच में इस्तेमाल नहीं किया गया है। दुलीप ट्रॉफी कूकाबूरा गुलाबी गेंद से लगातार तीन सत्र खेली गई। इसके बाद बीसीसीआई ने पिछले साल लाल गेंद का रूख किया।
कंपनी के विक्रय और विपणन निदेशक पारस आनंद ने कहा, बीसीसीआई ने 6 दर्जन गुलाबी गेंद मंगवाई है जो हम अगले सप्ताह तक दे देंगे। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में आपने देखा कि हमारी लाल एसजी गेंद में काफी सुधार आया है और हमने उतना ही रिसर्च गुलाबी गेंद पर भी किया है।
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने स्वीकार किया कि गेंद में सुधार आया है लेकिन कहा कि इसे कम से कम 60 ओवर तक चलना चाहिए। लाल गेंद की तुलना में गुलाबी गेंद पर काफी धूल बैठती है और यह जल्दी मैली हो जाती है जिससे इसे देख पाना मुश्किल हो सकता है।