शाहिद अफरीदी के करारे थप्पड़ के बाद आमिर ने स्पॉट फिक्सिंग की बात कबूली
कराची। पाकिस्तान के पूर्व हरफनमौला अब्दुल रज्जाक ने दावा किया है कि एकदिवसीय टीम के तत्कालीन कप्तान शाहिद अफरीदी से थप्पड़ खाने के बाद तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने स्पॉट फिक्सिंग में संलिप्तता कबूल की थी जबकि सलामी बल्लेबाज सलमान बट 2011 के इंग्लैंड दौरे से पहले ही इस तरह के भ्रष्टाचार में शामिल थे।
पाकिस्तान क्रिकेट की छवि को धूमिल करने वाली इस घटना का जिक्र रज्जाक ने जीएनएन चैनल से किया। रज्जाक ने कहा कि अफरीदी ने मुझे कमरे से बाहर जाने के लिए कहा लेकिन थोड़ी देर बाद मैंने थप्पड़ की गूंज सुनी और फिर आमिर ने सच्चाई बयां की। इस हरफनमौला ने हालांकि स्थिति से ठीक से नहीं निपटने के लिए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) को जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने कहा कि पीसीबी अपनी कार्यकुशलता साबित करने के लिए आईसीसी के पास चला गया लेकिन उसे ऐसा करने की बजाय खुद ही तीनों खिलाड़ियों से बात कर घर वापस भेज देना चाहिए था और 1 साल या कुछ समय के लिए प्रतिबंध लगा देना चाहिए था। ऐसा नहीं करके पीसीबी ने दुनियाभर में पाकिस्तान क्रिकेट की छवि को खराब किया।
रज्जाक ने दावा किया कि बट इंग्लैंड की घटना से पहले ही जान-बूझकर आउट हो रहे थे। मैंने अपनी चिंताओं से अफरीदी को अवगत कराया था लेकिन उन्होंने कहा कि यह सिर्फ मेरा वहम है और ऐसा कुछ नहीं है।
उन्होंने कहा कि लेकिन विंडीज में टी-20 विश्व कप के दौरान जब मैं बट के साथ बल्लेबाजी कर रहा था तभी इस बात को लेकर आश्वस्त था कि वह जान-बूझकर खराब प्रदर्शन कर रहा है। रज्जाक ने बताया कि उन्होंने बट से 1 रन लेकर उन्हें स्ट्राइक देने को कहा लेकिन बट ने अनसुना कर दिया।
उन्होंने कहा कि उन्होंने इस रणनीति को अनसुना कर दिया जिसे देखकर मैं आश्चर्यचकित था। तब मुझे लगा कि वह जान-बूझकर ऐसा कर रहा है और फिर मैंने कड़ाई से उसे स्ट्राइक देने को कहा। इसके बाद भी वह 2-3 गेंद खेलकर मुझे स्ट्राइक देता था। मुझे इससे निराशा हुई और दबाव में मैं आउट हो गया।
बट, आमिर और मोहम्मद आसिफ को फिक्सिंग का दोषी पाए जाने के बाद 2011 में आईसीसी ने 5 साल के लिए निलंबित कर दिया था। तीनों खिलाड़ियों ने अपना निलंबन पूरा कर लिया है और अब क्रिकेट के मैदान पर वापसी कर चुके हैं लेकिन राष्ट्रीय टीम के लिए सिर्फ आमिर का चयन हुआ है, जो विश्व कप की टीम का हिस्सा हैं।