सूर्य यदि है तीसरे भाव में तो रखें ये 5 सावधानियां, करें ये 5 कार्य और जानिए भविष्य
सूर्य मेष में उच्च, तुला में नीच का होता है। लाल किताब के अनुसार उच्च और नीच कुछ अलग तरह से तय होते हैं। लेकिन यहां तीसरे घर में होने या मंदा होने पर क्या सावधानी रखें जानिए।
कैसा होगा जातक : निर्भिक सिंह जिससे मृत्यु भी डरे। दिल से सच्चा और भलाई करने वाला लेकिन इस साहसिकता के चलते ही भाई-बंधुओं के लिए मुसीबत खड़ी करने वाला होगा। सुंदर शरीर, पराक्रमी, परिश्रमी, दानी, न्यायप्रिय, निरोगी और सदाचारी होगा। विरोधी उसके सामने टिकते ही नहीं। अधिक संभावना है कि बड़े भाई का सुख नहीं मिलेगा। ऐसे व्यक्तियों का भाग्योदय भांजे, मित्रों, भतीजों की सहायता करने से होगा। यदि चरित्र का ढीला होगा तो दरिद्र बन जाएगा। भाइयों से अनबन और बहिनों का दांपत्य जीवन संकट में रहने की संभावना।
पांच सावधानियां
1. माता को हमेशा प्रसन्न रखें वर्ना आर्थिक हालात सही नहीं रहेंगे।
2. भाई-बंधुओं से संबंध अच्छे रखें वर्ना मुसीबत खड़ी होगी।
3. भोजन में ऊपर से नमक ना डालें। नमक का त्याग करें।
4. ईशान एवं पूर्व दिशा को साफ सुधारा रखें।
5. हाथ में कड़ा, अंगुठी आदि पहने से पहले लाल किताब के विशेषज्ञ को कुंडली दिखाएं।
ये पांच कार्य करें
1. लक्ष्मी नारायण मंदिर में जाकर दूध, चावल, चीनी तथा बर्फी का दान करें।
2. साफ पानी में थोड़ा गुड़ डालकर भगवान सूर्य को अर्ध्य दें।
3. रविवार का उपवास रखें।
4. मां, दादी एवं बुजर्गों का आशीर्वाद लें।
5. स्वयं के ज्न्मदिवस पर गंगा आदि पवित्र तीर्थ स्थान की यात्रा करें।