शुक्र यदि है ग्यारहवें भाव में तो रखें ये 5 सावधानियां, करें ये 5 कार्य और जानिए भविष्य
वृषभ और तुला राशि के स्वामी शुक्र ग्रह मीन में उच्च और कन्या में नीच का होता है। लाल किताब में सप्तम भाव शुक्र का पक्का घर है। सूर्य और चंद्र के साथ या इनकी राशियों में शुक्र बुरा फल देता है। लेकिन यहां ग्यारहवें घर में होने या मंदा होने पर क्या सावधानी रखें और क्या करें जानिए।
कैसा होगा जातक : माया के चक्कर में घुमता व्यक्ति। मित्र की सहायता से धनार्जन कर लेता है। पुत्र बहुत होते हैं। यह घर शनि और बृहस्पति से प्रभावित होने के कारण इस घर में शुक्र पर दोनों का प्रभाव रहता है। यह घर तीसरे भाव से देखा जाता है जो कि मंगल और बुध का घर है।
शुक्र की सावधानियां :
1. कभी भी किसी पराई स्त्री से संबंध न रखें।
2. मांस और मदिरा का सेवन न करें।
3. झूठ बोलना और झूठी गवाही देने से बचें।
4. ब्याज का धंधा न करें।
5. ससुराल पक्ष से झगड़ा न करें।
क्या करें :
1. माथे पर केसर का तिलक लगाएं।
2. दूध में सोने के गरम टुकडे को बुझाकर दूध पीना चाहिए।
3. बुध का उपाय उपयोगी रहेगा।
4. शनिवार को तेल का दान करें।
5. यहां शुक्र मंदा है तो पत्नी के भाइयों से मदद लें।