• Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. »
  3. आईटी
  4. »
  5. लर्निंग जोन
Written By ND

आप भी हैं हैकर्स के फंदे में?

आईटी
ND
अक्‍सर आपको अपने मेल बॉक्‍स में 'दस करोड़ की लॉटरी मि‍ल रही है' या 'बैंक की साइट पर लॉगि‍न करके इंटरनेट बैंक का मजा! बस कुछ जानकारी दें' जैसे मेल पड़े रहते हैं। आप खुश होकर उनके द्वारा माँगी गई जानकारी दे देते हैं। आप फँस जाते हैं और जब तक बहुत देर हो चुकी होती है हैकर्स अपना काम कर चुके होते हैं।

जी, हाँ ऐसे मेल हैकर्स द्वारा ही भेजे जाते हैं। जो आपके द्वारा प्राप्त सूचनाओं के आधार पर आपका मेल हैक कर लेते हैं और आपके एकाउंट पर हाथ साफ कर जाते हैं। इंटरनेट के कई फायदे हैं लेकि‍न नुकसान भी कम नहीं हैं। इंटरनेट के बढ़ते प्रसार के कारण सायबर क्राइम भी तेजी से बढ़ रहे हैं।

क्रेडिट कार्ड हो जाता हैक
इसी प्रकार जब आप दुकानों में खरीदारी करते समय अपने क्रेडिट कार्ड का प्रयोग करते हैं तो कई बार हैकर्स मशीन के वायर के थ्रू सारी इनफारमेशन निकाल लेते हैं और बाद में आपके एकाउंट का दुरुपयोग शुरू हो जाता है।

सोशल नेटवर्किंग साइट पर करते हैं हमला
कई बार हैकर ऑरकुट, फेसबुक जैसे सोशल नेटवर्किंग साइट के जरिये लोगों की इनफॉरमेशन लेते हैं। इसके लिए वे किसी लड़की के नाम से लड़की की फोटो डालकर अपनी साइट बनाते हैं और कॉलेज या स्कूल के छात्रों को स्क्रैप भेजते रहते हैं।

उपयोगी भी होते हैं हैकर
पूरी दुनिया में बढ़ते इंटरनेट के दखल के कारण हैकर्स की पावर तो बढ़ी ही है। पर कभी-कभी हैकर ब़ड़े काम के होते हैं। अमेरिका जैसे देश में गवर्नमेंट ने काफी सारे हैकर्स रखे हैं, ताकि यदि कोई साइबर हमला हो तो उनकी मदद से निबटा जा सकता है। सचमुच साइबर हमले या बाहरी हैकिंग के मामले में हैकर्स मददगार भी होते हैं।

ND
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
हैकिंग एक बड़ी समस्या तो है ही, साथ ही हमारे साथ एक निगेटिव बात यह भी है कि अपने देश में नेट की मॉनिटरिंग के लिए कुछ भी नहीं है। सेटेलाइट लॉगिन सिस्टम जैसा कोई सिस्टम लागू करना चाहिए, ताकि हर नेट यूजर ट्रेस हो। और जहां कहीं हैकर्स होंगे वे आसानी से ट्रेस हो जाएंगे। - सनी बाघेला अपने मेल आईडी, वेबसाइट एकाउंट आदि को हैकर्स से बचाने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। इंटरनेट या मोबाइल यूज करते समय सावधानी रखकर इनके फंदे में फंसने से बचा जा सकता है।

फिशिंग में फँसते हैं लोग
फिशिंग के लिए हैकर पहले बैंक जैसी अपनी एक वेबसाइट बनाते हैं। फिर लोगों को बैंक के नाम से मेल भेजकर उनका एकाउंट नंबर पासवर्ड आदि की जानकारी मांगते हैं। आपके द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर वे आपका बैंक अकाउंट साफ कर लेते हैं। तब आपको पता चलता है आप ठगे गए।

बीओआईपी से करते हैं परेशान
हैकर्स पहले नेट के द्वारा वल्क डालकर नंबर चेंज करके किसी को मैसेज किया करते थे। अब उन्होंने बीओआईपी के द्वारा मोबाइल पर फोन और मैसेज करना शुरू किया है। इस सिस्टम में पहले वे कॉल को इंटरनेशनल कॉल तक भेजते हैं वहां से उसकी आइडेंटीटी बदल देते हैं। इसके बाद जिसके पास कॉल आता है वो हो सकता है कि उसके खुद के नंबर से आ रहा हो या उसके किसी दोस्त या अन्य किसी भी नंबर से। कॉल रिसीव करने पर बात हो जाती है। पर जब आप नंबर ट्रेस कराओगे तो उस टाइम पीरियड में आपके मोबाइल पर कोई कॉल ट्रेस नहीं होगा।

लॉटरी का लालच
हैकर्स सबसे अधिक जानकारी आपके मेल आईडी से लेते हैं। अक्सर आपके मेल एकाउंट पर अननोन नाम से मेल आते हैं जिसका आशय यह होता है कि आप कोई बड़ी लाटरी जीत गए हैं और आपको लाखों या करोड़ों डॉलर का इनाम दिया जा रहा है। लॉटरी का लालच लोगों को मेल खोलने पर मजबूर करता है। उसमें आपकी सारी जानकारी माँगी जाती है।

ND
बाद में लॉटरी के पैसे देने से पहले छोटी सी रकम दस-बीस हजार की माँगी जाती है। कई बार आपके एकाउंट की जानकारी लेकर उससे सारे पैसे निकाल लेते हैं।

बचाव के तरीके
अगर आपके पास अननोन मेल आईडी या अजीबो-गरीब नाम से मेल आए तो उसे खोलने से बचें।

अगर मेल खोला भी हो तो बिना सोचे-समझे किसी को अपना पासवर्ड या अन्य पर्सनल जानकारियाँ न दें।

अननोन आईडी से आए मेल द्वारा आया कुछ भी डाउनलोड न करें।

लॉटरी के लालच से बचें और ऐसे मेल का न तो जवाब दें और न ही उनके द्वारा माँगने पर पैसे भेजें।

जब क्रेडिट कार्ड से खरीदारी कर रहे हों तो पहले यह कंफर्म कर लें कि मशीन ठीक है या नहीं और यह भी कि क्या दुकानदार अपने मशीन की नियमित जांच करते हैं। उसके बाद ही उसमें कार्ड डालें।

हैकर्स अपने मेल में स्पाइल यूज करके यूएस या कहीं और का लिंक बता देते हैं जबकि वे होते आपके देश में ही हैं। ऐसे मेल से भी सावधान रहें।