अंटार्कटिका के ग्रीन हाउस में उगे खीरा, मूली
बर्लिन। अंटार्कटिका के ध्रुवीय इलाके में बने एक ग्रीन हाउस में एक जर्मन वैज्ञानिक ने हरी सब्जियां उगाने का कमाल कर दिखाया है। अत्यधिक ठंडी इस जगह पर बने एक ग्रीन हाउस में ना तो मिट्टी है और ना दिन का उजाला। यहां उगने वाले इन पौधों पर कीटनाशकों का भी इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है।
लेकिन इस ध्रुवीय इलाके में 3.6 किलो सलाद, 18 खीरे और 70 मूलियां, पैदा की गईं। यह सब जर्मन पोलर रिसर्च स्टेशन नॉयमायर थ्री के पास बने एक ग्रीन हाउस में उगाया गया है। यहां सब्जियों का विकास एक खास तरह के पोषक घोल पर निर्भर हैं जिनका एक कंप्यूटर नियंत्रित सिस्टम से कुछ-कुछ मिनट के अंतर पर छिड़काव किया जाता है।
जर्मन एयरोपस्पेस सेंटर, डीएलआर, से जुड़े पॉल साबेल ने बताया कि पहली बार बीजों को फरवरी में बोया गया और तभी से इन सब्जियों के पौधों के बढ़ने का बड़ी बेसब्री से इंतजार किया जा रहा था। उम्मीद की जा रही है कि इसी साल मई महीने के बाद वे हर हफ्ते 4-5 किलो सलाद, टमाटर, खीरा, मूलियां, मिर्च और दूसरी कुछ साग सब्जियां उगाने में सफल होंगे।
विदित हो कि अंटार्कटिका में सर्दी के महीनेों में नॉयमायर स्टेशन का बाहरी दुनिया से संपर्क खत्म हो जाता है। ऐसे में वहां रहने वाले लोगों को कई महीनों तक भोजन के लिए पहले से भेजी गई खाने पीने की चीजों पर निर्भर रहना पड़ता है और कई बार इस तरह के मौके भी आते हैं जब उन्हें ताजी सब्जियां नहीं मिलती हैं।
अंटार्कटिका पृथ्वी के दक्षिण ध्रुव का ऐसा बियाबान इलाका है जहां ज्यादातर हिस्से में पूरे साल बर्फ जमी रहती है और यहां खेती करने की अब तक कोई कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। यहां रहने वाले जीव एक दूसरे पर भोजन के लिए निर्भर रहते हैं।
एक साल की इस परियोजना के तहत जर्मन वैज्ञानिक जो जानकारी जुटाएंगे उसका भविष्य में चंद्रमा और मंगल ग्रह के अभियानों में इस्तेमाल किया जाएगा। साथ ही, जिस ग्रीनहाउस का इस्तेमाल नॉयमायर स्टेशन ने किया है उसे भविष्य में अंतरिक्ष यात्रियों के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।