अब कोरोना से चीन में बिगड़े हालात, 2.6 करोड़ आबादी घरों में कैद, खाने-पीने के लिए तरसे लोग
बीजिंग। एक तरफ भारत में कोरोना की स्थिति में लगातार सुधार जारी है, वहीं अब चीन में हालात दिनोंदिन बिगड़ते जा रहे हैं। ताजा जानकारी के मुताबिक शंघाई शहर में हालात बेकाबू हो रहे हैं। यहां लॉकडाउन के बाद ढाई करोड़ से ज्यादा लोग घरों में कैद होकर रह गए हैं। हालांकि लोगों को ज्यादा परेशानी प्रशासनिक सख्ती के चलते हो रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शहर के सभी सुपर मार्केट बंद कर दिए गए हैं। जरूरी सामानों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। प्रशासन के इस कदम के बाद लोग खाने-पीने के लिए तरस रहे हैं। शंघाई के लोग बुधवार के दिन खाने-पीने के सामान के लिए काफी परेशान हुए। प्रशासन ने सख्त निर्देश दिए हैं कि जब तक शहर भर से सभी नमूने नहीं लिए जाते, पाबंदियों को हटाने पर विचार नहीं किया जाएगा।
इस बीच, राहत भरी खबर यह है कि शंघाई शहर में कोरोना संक्रमित बच्चों को मां-बाप से अलग क्वारंटाइन सेंटरों में रखा जा रहा था, लेकिन प्रशासन ने अब बच्चों को मां-बाप के साथ रहने की अनुमति दे दी है। आपको बता दें कि शंघाई शहर में 5 अप्रेल को 16 हजार 766 नए कोरोना केस सामने आए थे। इससे पहले 4 अप्रैल को 13 हजार 86 कोरोना के केस सामने आए थे।
दूसरी ओर, चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने बुधवार को यह जानकारी दी कि मंगलवार को दर्ज किए गए मामलों में से 973 जिलिन में, 311 शंघाई में और 17 झेजियांग के हैं। इसके अलावा 32 नए मामले विदेशों से आए हुए लोगों से संबंधित है।
आयोग ने बताया कि देश में मंगलवार को 19,199 ऐसे मामले भी सामने आए, जिनमें इस संक्रमण के लक्षण दिखाई नहीं देते हैं। इनमें से 19,089 स्थानीय स्तर पर संक्रमण के हैं, जबकि 110 विदेशों से आए हुए लोगों से संबंधित है। इन मामलों में शंघाई में 16,766 और जिलिन में 1,798 मामले सामने आए।