विकास के नाम पर पागल हुआ प्रशासन, रेत मंडी रोड चौड़ीकरण में ली जा रही पेड़ों की बलि
इंदौर शहर में विकास के नाम पर लगातार पर्यावरण का पलीता लगाया जा रहा है। कहीं सड़क चौड़ीकरण के लिए तो कहीं ब्रिज और फ्लाईओवर के लिए लगातार पेड़ों की कटाई की जा रही है। ताजा मामला राजेंद्र नगर में स्थित रेत मंडी चौराहे का है। यहां प्रशासन जमकर पेड़ों की कटाई करवा रहा है। बता दें कि इस रोड पर और चौराहे के आसपास कई तरह के हरेभरे पेड़ मौजूद हैं। लेकिन अब यहां हाल ही में प्रस्तावित रेत मंडी ब्रिज के साथ ही यहां की सड़क चौड़ीकरण का भी काम किया जा रहा है। इस सड़क के विस्तार के लिए यहां के पड़ों की बलि ली जा रही है।
हालांकि पेड़ों की कटाई पर जनप्रतिनिधि अपना तर्क दे रहे हैं। उनका कहना है कि अगर 10 पेड़ों को काटेंगे तो उनकी जगह 20 पेड़ अन्य जगह पर लगाए जाएंगे। सवाल यह है कि पेडों को एक जगह से दूसरी जगह लगाने पर वे कितने पनप पाएंगे या इस तरह का वृक्षारोपण कितना सफल हो पाता है। बता दें कि अब तक जितने भी वृक्षों को ट्रांसफर किया गया, वे सफल नहीं हो सके हैं।
क्या कहते हैं जिम्मेदार : इस बारे में विधायक मधू वर्मा ने वेबदुनिया को बताया कि इस क्षेत्र में मेरे ही कार्यकाल के दौरा व्यापक रूप से वृक्षारोपण किया गया था। उन्होंने बताया कि यहां सड़क को चौड़ा करने के लिए और विकास के लिए जरूरी है कि कुछ पेड़ों को काटा जाए। उन्होंने बताया कि सड़क निर्माण में 10 पेड़ काटे जाएंगे तो हम उनकी जगह 20 पेड़ लगाएंगे। उन्होंने बताया कि हमने पेड़ों को लगाने के लिए जगह भी चिन्हित कर ली है।
पहले भी कई बार हुई है कटाई : बता दें कि विकास के नाम पर इस तरह पहले भी पेड़ों की जमकर कटाई हुई है। एक तरफ इंदौर प्रशासन ग्रीन और हरेभरे इंदौर बनाने का दावा करता है, वहीं दूसरी तरफ धड़ल्ले से पड़ों की कटाई हो रही है। अभी इंदौर में कई स्थानों पर फ्लाईओवर, ब्रिज और अंडरपास बनाए जा रहे हैं, ऐसे में कई स्थानों पर पेड़ों की बलि ली जा सकती है।
Edited By : Navin Rangiyal