Lona Chamarin: कौन थी लोना चमारिन, जिसे कहा जाता है तंत्र विद्या की देवी?
Lona Chamarin : आज के मॉडर्न युग में कई लोग बुरी नज़र और तांत्रिक क्रियाओं जैसे चीज़ पर विश्वास नहीं करते हैं। लेकिन आज भी कई जगह बुरी नज़र से बचने के लिए कई उपाय किए जाते हैं। कई लोग अपने बच्चे को बुरी नज़र से बचाने के लिए काजल लगाते हैं लेकिन अगर इसके बाद भी बच्चे को नज़र लग जाए तो उसे तांत्रिक मंत्रों द्वारा झाड़ा जाता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह मंत्र किसके होते हैं?
दरअसल तंत्र विद्या का इस्तेमाल कई उपायों के लिए किया जाता है लेकिन इन सभी मंत्रों में एक नाम का ज़िक्र होता है 'लोना चमारिन।' आपने इससे पहले शायद ही लोना चमारिन का नाम सुना होगा लेकिन तंत्र विद्या में इन्ही के मंत्रों का इस्तेमाल किया जाता है। टोना झाड़ने वाले लोग इन मंत्रों के बारे में आपको नहीं बताते हैं। चलिए जानते हैं कि आखिर कौन है लोना चमारिन।
कौन है लोना चमारिन?
लोना चमारिन का इतिहास बताना तो मुश्किल है लेकिन वह एक हरिजन जाति से थीं। कहा जाता है कि लोना चमारिन चमार जाति से न होतीं तो आज उन्हें देवी की तरह पूजा जाता। क्योंकि जिस तरह लोग भगवान पर विश्वास करते हैं वैसे ही तंत्र विद्या के लिए लोना चमारिन पर विश्वास किया जाता है। आप जब भी इंटरनेट पर टोना टोटका या तांत्रिक मंत्र के बारे में सर्च करेंगे तो आपको लोना चमारिन का नाम ज़रूर मिलेगा।
बचपन से ही वह इसमाइल जोगी की शिष्य थीं। इसमाइल जोगी बहुत बड़े तांत्रिक थे और इन्हीं के साथ लोना चमारिन ने तांत्रिक विद्या सीखी थी। तंत्र विद्या में लोना चमारिन और इसमाइल जोगी का नाम बहुत प्रचलित है। आपको जानकार हैरानी होगी कि लोना चमारिन का जिक्र, लिक मुहम्मद जायसी की श्रेष्ठ भारतीय महकाव्य 'पद्मावत' में हुआ है। लोना चमारिन के कारण ही आज हम जादू टोना की मदद से बुरी नज़र जैसे कई उपाय करते हैं।
इसके साथ ही इनके मंत्र सरल बोलचाल वाली भाषा में थे। इनके मंत्र संस्कृत जैसी कठिन भाषा में नहीं थे इसलिए इन्हें पढ़ना और समझना आसान होता है। यही कारण है कि चमारिन इ मंत्र छोटे गांव और कस्बों में इतने ज्यादा प्रचलित हो गए। आज इंटरनेट पर इनके मंत्रों को सर्च किया जाता है और कई तांत्रिक क्रियाएं इनके मंत्र द्वारा ही की जाती हैं।
लोना चमारिन की अन्य तथ्य
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कुछ विद्वान लोगों के अनुसार लोना चमारिन के विभिन्न प्रकार हैं।
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कुछ लोग मानते हैं कि लोना चमारिन पंजाब के अमृतसर शहर के चमार गांव की रहने वाली थी। साथ ही उन्हें बहुत बड़ी जादूगरनी भी माना गया है।
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कुछ लोग मानते है की लोना गुरु गोरखनाथ की शिष्या थी। दूसरी तरफ लोग यह भी मानते हैं कि वह इसमाइल जोगी की शिष्य थीं।
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राजस्थान में कई जगह पर लोना चमारिन को गुरु गोगा महाराज की मां की दासी के रूप में भी माना जाता है कि उनके पास गुरु गोगा महाराज की सिद्धियां भी थी।
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कहा जाता है कि लोना चमारिन की साधना बहुत जल्दी फल देती है। साथ ही तांत्रिक मंत्रों में इनकी दुहाई दी जाती है।