• Webdunia Deals
  1. लाइफ स्‍टाइल
  2. साहित्य
  3. काव्य-संसार
  4. vasanti poem in hindi
Written By शम्भू नाथ

वसंत पंचमी कविता : बसंत ऋतु आई है...

vasanti poem in hindi
अलौकिक आनंद अनोखी छटा।  
अब बसंत ऋतु आई है।  
कलिया मुस्काती हंस-हंस गाती।  
पुरवा पंख डोलाई है।

  
महक उड़ी है चहके चिड़िया।
भंवरे मतवाले मंडरा रहे हैं।  
सोलह सिंगार से क्यारी सजी है।  
रस पीने को आ रहे हैं।
  
लगता है इस चमन बाग में।  
फिर से चांदी उग आई है।। 
अलौकिक आनंद अनोखी छटा।  
अब बसंत ऋतु आई है।  
कलिया मुस्काती हंस-हंस गाती।  
पुरवा पंख डोलाई है।