शनिवार, 5 अप्रैल 2025
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Written By सुशील कुमार शर्मा

नन्ही की पुकार : भ्रूण की हत्या

poem on bhrun hatya
भ्रूण की हत्या
निर्मम मानवता
कौन है दोषी?
 
मां तेरा गर्भ
दिखा मुझे दुनिया
मैं तेरा गर्व।
 
गर्भ में मुझे
मत मारो पिताजी
आपकी बेटी। 
 
कुल का नाम
कर दूंगी रोशन
मौका तो दे दो। 
 
अखंड पाप
होगा कुल विनाश
भ्रूण का नाश। 
 
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