एक दोस्त ने पूछा, मुझे सुख-शांति कब मिलेगी..
एक दोस्त ने दूसरे दोस्त से कहा: न जाने मुझे सुख-शांति कब मिलेगी...
दूसरा दोस्त बोला: सुख तुम्हें उतना ही मिलेगा
जितना तुमने पुण्य किया है,
लेकिन.... शांति तुम्हें उतनी ही मिलेगी,
जितना तुम्हारी घरवाली चाहेगी...