वाक पहचान
वाक पहचान (स्पीच रिकग्नीशन) कंप्यूटर या मोबाइल पर मौजूद ऐसी सुविधा है जिसके द्वारा आपके द्वारा बोले गए शब्दों को लिखित पाठ में बदल दिया जाता है। आप माइक्रोफ़ोन में हिन्दी बोलेंगे और आपका कंप्यूटर स्क्रीन पर उसे लिखता जाएगा। इस तकनीक को स्वचालित स्पीच रिकग्नीशन (ASR) , कंप्यूटर स्पीच रिकग्नीशन या बस स्पीच टू टेक्स्ट (STT) भी कहा जाता है।
इस तरह की सुविधाएँ पहले केवल अंग्रेज़ी में काम करती थीं लेकिन आईटी के विकास के साथ आज ये सुविधाएँ हिन्दी में बोले गए पाठ के साथ भी उतनी ही कुशलता से काम करती हैं। पहली बार यह सुविधा हिन्दी में आईबीएम की ओर के लिए प्रारंभ की गई तथा आज कई अन्य प्रौद्योगिकी निर्माताओं की ओर से ये सुविधाएँ उपलब्ध हैं। कंप्यूटर और मोबाइल की यह तकनीक अक्षम, दृष्टिविहीन, तथा बुजुर्ग हिन्दीभाषियों के लिए एक वरदान है जिनके लिए तकनीक का इस्तेमाल आसान नहीं है।
इस सुविधा ने आईटी का इस वर्ग तक विस्तार करने में सहायता की है तथा समाज सक्षम बना है। एंड्रॉइड पर चलने वाले अधिकांश स्मार्टफ़ोन पर हिन्दी को सक्षम करके इस सुविधा को आसानी से उपयोग किया जा सकता है।
जिस देश को अपनी भाषा और अपने साहित्य के गौरव का अनुभव नहीं है, वह उन्नत नहीं हो सकता। - डॉ. राजेन्द्रप्रसाद