Kisan Aandolan: भारत बंद का असर, इन ट्रेनों को किया गया रद्द
जयपुर। किसान आंदोलन के कारण रेवाड़ी-भिवानी, भिवानी-रोहतक, भिवानी-हिसार एवं हनुमानगढ़-सादुलपुर श्रीगंगानगर-फतूही रेलखंड पर आज सोमवार को रेल यातायात प्रभावित रहेगा। उत्तर-पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट शशि किरण के अनुसार आंदोलन के कारण उत्तर-पश्चिम रेलवे पर संचालित गाड़ी संख्या 04787 भिवानी-रेवाड़ी स्पेशल रेलसेवा आज रद्द रहेगी। इसी तरह गाड़ी संख्या 04782 रेवाड़ी-बठिंडा स्पेशल, गाड़ी संख्या 04835 हिसार-रेवाड़ी स्पेशल, गाड़ी संख्या 04892 हिसार-जोधपुर स्पेशल रेलसेवा एवं गाड़ी संख्या 04754 श्रीगंगानगर-बठिंडा स्पेशल रेलसेवा भी इस कारण सोमवार को रद्द रहेगी।
इसी तरह गाड़ी संख्या 04753 बठिंडा-श्रीगंगानगर स्पेशल, गाड़ी संख्या 04736 अम्बाला-श्रीगंगानगर स्पेशल, गाड़ी संख्या 04755 बठिंडा-श्रीगंगानगर स्पेशल, गाड़ी संख्या 02472 दिल्ली-श्रीगंगानगर स्पेशल, गाड़ी संख्या 04735 श्रीगंगानगर-अम्बाला स्पेशल, गाड़ी संख्या 04731 दिल्ली-बठिंडा स्पेशल एवं गाड़ी संख्या 04670 हनुमानगढ़-फिरोजपुर स्पेशल रेलसेवा भी सोमवार को रद्द रहेगी।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा सोमवार को हिसार से प्रस्थान करने वाली गाड़ी संख्या 04090 हिसार-नई दिल्ली स्पेशल रेलसेवा भिवानी स्टेशन तक संचालित होगी और यह रेलसेवा भिवानी-नई दिल्ली स्टेशन के मध्य आंशिक रद्द रहेगी। इसी तरह गाड़ी संख्या 04729 रेवाड़ी-फाजिल्का स्पेशल रेलसेवा भिवानी स्टेशन तक संचालित होगी। गाड़ी संख्या 04733 रेवाड़ी-श्रीगंगानगर स्पेशल रेलसेवा रेवाड़ी के स्थान पर हिसार से संचालित होगी। गाड़ी संख्या 04764 श्रीगंगानगर-सादुलपुर स्पेशल रेलसेवा जो श्रीगंगानगर से प्रस्थान करेगी वह रेलसेवा हनुमानगढ़ स्टेशन तक संचालित होगी। गाड़ी संख्या 04763 सादुलपुर-श्रीगंगानगर स्पेशल रेलसेवा सादुलपुर के स्थान पर हनुमानगढ़ से संचालित होगी। गाड़ी संख्या 04089 नई दिल्ली-हिसार स्पेशल रेलसेवा नई दिल्ली के स्थान पर भिवानी से संचालित होगी। गाड़ी संख्या 09791 जयपुर-हिसार स्पेशल रेलसेवा जयपुर से प्रस्थान करेगी, वह रेलसेवा रेवाड़ी स्टेशन तक संचालित होगी।
इसी प्रकार गाड़ी संख्या 09792 हिसार-जयपुर स्पेशल रेलसेवा हिसार के स्थान पर रेवाड़ी से संचालित होगी। गाड़ी संख्या 09807 कोटा-हिसार स्पेशल रेलसेवा कोटा से सादुलपुर स्टेशन तक तथा गाड़ी संख्या 09808 हिसार-कोटा स्पेशल रेलसेवा हिसार के स्थान पर सादुलपुर से संचालित होगी।
पंजाब में सड़कें जाम : किसानों ने सोमवार को पंजाब में कई स्थानों पर राजमार्ग और अन्य सड़कें जाम कीं। पंजाब में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने कहा है कि वह केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान यूनियनों के भारत बंद के आह्वान पर उनके साथ दृढ़ता से खड़ी है। पड़ोसी राज्य हरियाणा में भी सिरसा, फतेहाबाद और कुरुक्षेत्र सहित कुछ स्थानों पर राजमार्गों को प्रदर्शनकारियों द्वारा अवरुद्ध किए जाने की खबरें हैं। दोनों राज्यों में कुछ स्थानों पर किसानों के रेल पटरियों पर बैठने की भी खबरें हैं।
पंजाब में मोगा सहित कई स्थानों पर पूर्ण बंद का असर दिखा, जहां किसानों ने मोगा-फिरोजपुर और मोगा-लुधियाना राष्ट्रीय राजमार्गों को अवरुद्ध कर दिया। सूत्रों ने बताया कि बठिंडा-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग को भी किसानों ने अवरुद्ध कर दिया। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने केंद्र से किसान विरोधी कानूनों को वापस लेने का आग्रह किया है। चन्नी ने ट्वीट किया कि मैं किसानों के साथ खड़ा हूं और केंद्र सरकार से किसान विरोधी तीन कानूनों को निरस्त करने की अपील करता हूं। हमारे किसान एक साल से अधिक समय से अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे हैं और अब समय आ गया है कि उनकी आवाज सुनी जाए। मैं किसानों से शांतिपूर्ण तरीके से अपनी आवाज उठाने का अनुरोध करता हूं।
कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीपीसीसी) भारत बंद के लिए किसान यूनियन के साथ है। सिद्धू ने ट्वीट किया कि पीपीसीसी 27 सितंबर 2021 को किसान यूनियनों के भारत बंद के आह्वान पर उनके साथ मजबूती से खड़ी है। सही और गलत की जंग में आप तटस्थ नहीं रह सकते। हम कांग्रेस के हर कार्यकर्ता से असंवैधानिक तीन काले कानूनों के खिलाफ अपनी पूरी ताकत से लड़ने का आग्रह करते हैं।
हरियाणा में विरोध कर रहे किसानों ने चरखी दादरी में राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया, जबकि कुरुक्षेत्र में भी कई सड़कों को बाधित किया गया। हरियाणा पुलिस ने रविवार को जारी एक परामर्श में कहा था कि बंद के कारण लोगों को राज्य की विभिन्न सड़कों और राजमार्गों पर यातायात व्यवधान का सामना करना पड़ सकता है। हरियाणा पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि बंद के मद्देनजर राज्य सरकार के निर्देशानुसार नागरिक प्रशासन और पुलिस ने व्यापक बंदोबस्त किए हैं। किसान आंदोलन की अगुवाई कर रहे 40 से अधिक किसान यूनियनों की संस्था संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने पहले लोगों से बंद में शामिल होने की अपील की थी।(वार्ता)