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Last Modified: नई दिल्ली , मंगलवार, 10 फ़रवरी 2015 (21:12 IST)

समूची दिल्ली 'पांच साल केजरीवाल' से गुंजायमान

समूची दिल्ली 'पांच साल केजरीवाल' से गुंजायमान - Arvind Kejriwal
नई दिल्ली। दो महीने से अधिक समय तक कड़ाके की ठंड में कठोर परिश्रम करने वाले आप पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ता आज उस वक्त उत्साह से लबरेज हो गए, जब पार्टी को चुनाव में प्रचंड बहुमत मिला और वे समूची राजधानी में समूह में पार्टी का चुनावी जिंगल ‘पांच साल केजरीवाल’ गाते दिखे।
जैसे ही आम आदमी पार्टी (आप) की जीत के शुरुआती रुझान आने शुरू हुए अधिक से अधिक संख्या में पार्टी के स्वयंसेवक व्यस्त पटेल नगर इलाके में पार्टी के कार्यालय के बाहर जुटने लगे।
 
पार्टी के स्वयंसेवक सुबह आठ बजे जब मतगणना शुरू हुई, तभी से पार्टी कार्यालय पर पहुंचने लगे। पार्टी के बाहर मूड पिछले साल हुए लोकसभा चुनावों के नतीजे वाले दिन से बिल्कुल विपरीत था। 
 
पिछले साल 16 मई को जब लोकसभा चुनाव के लिए मतगणना हो रही थी तो उस वक्त हनुमान रोड स्थित पार्टी कार्यालय पर पार्टी स्वयंसेवकों से कहीं अधिक मीडियाकर्मी थे। नई पार्टी राष्ट्रीय राजधानी में लोकसभा की सात में से एक भी सीट नहीं जीत पाई थी।
 
आज पूरी तरह स्थिति बदल चुकी थी क्योंकि पार्टी के स्वयंसेवकों ने पार्टी के प्रचंड जीत हासिल करने के एक-एक क्षण का लुत्फ उठाया। सुबह नौ बजे तक संकेत मिल गए थे कि आप भारी जीत की ओर बढ़ रही है।
 
इस बार बेहतर प्रदर्शन का आभास होने के मद्देनजर पार्टी के पटेल नगर स्थित कार्यालय के बाहर व्यापक व्यवस्था की गई थी। पार्टी ने अपने स्वयंसेवकों के लिए पार्टी कार्यालय के बाहर तीन एलईडी स्क्रीन लगाए थे। 
 
पार्टी कार्यालय को न सिर्फ गुब्बारे से सजाया गया था, बल्कि इमारत की छत से नेताओं और कार्यकर्ताओं पर फूल बरसाने की भी व्यवस्था की थी। पार्टी की सीटों का आंकड़ा बढ़ने पर आप स्वयंसेवकों ने खुशी में पटाखे छोड़े।
 
पार्टी कार्यालय पर विभिन्न आयु वर्ग के आप के स्वयंसेवक उपस्थित थे। इसमें कॉलेज जाने वाले छात्र, अधेड़ उम्र के लोग, वरिष्ठ नागरिक भी शामिल थे। आप टोपी, स्टोल धारण किए हुए पार्टी स्वयंसेवक ‘पांच साल केजरीवाल’ की धुन पर पार्टी का प्रतीक चिह्न झाड़ू घुमाकर खुशी में झूम रहे थे। यह गीत जाने-माने संगीत निर्देशक विशाल ददलानी ने खासतौर पर दिल्ली चुनावों के लिए तैयार किया था।
 
सुबह साढ़े दस बजे जब रुझान में पार्टी को 65 से अधिक सीटें मिलते दिखाया गया तो पार्टी स्वयंसेवक अपने नेताओं की बात सुनने को व्यग्र हो गए। अरविंद केजरीवाल को पार्टी कार्यालय के परकोटे में उन्हें संबोधित करने के लिए आते देखकर वे खुशी से झूम उठे।
 
बादली से आए एक स्वयंसेवक मेघ राज सिंह (26) ने कहा, ‘महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड, जम्मू कश्मीर में मोदी के विजय रथ को कोई नहीं रोक सका लेकिन केजरीवाल ने इसे दिल्ली में रोक दिया।’ 
 
शादीपुर बस डिपो के निकट रहने वाले एक मछली विक्रेता सत्तू साहनी ने कहा, ‘हमने सुबह साढ़े पांच बजे से नतीजों को जानने के लिए टेलीविजन खोल रखा था (मतगणना सुबह आठ बजे से है इसकी हमें जानकारी नहीं थी)। तब हमने यहां आने का फैसला किया।’ साहनी अपनी पत्नी के साथ यहां आए थे।
 
आप के कार्यालय पर यहां तक कि विदेशी मीडिया के पत्रकार भी इस जश्न को कवर करते देखे गए। भारत में रहने वाले फ्रीलांस इतालवी पत्रकार डेनियल पगानी ने कहा, ‘मेरी भारत में दिलचस्पी है।’ 
 
खुशी में बीच-बीच में स्वयंसेवकों के शोर के बीच घोषणा की गई कि केजरीवाल नई दिल्ली से चुनाव जीत गए हैं। जब टेलीविजन चैनलों ने भाजपा की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार किरण बेदी की हार की घोषणा की तो यहां स्वयंसेवकों का शोर अपने चरम पर पहुंच गया। (भाषा)