मोहम्मद शमी कैसे बने टीम इंडिया के ट्रंप कार्ड, क्या ऑस्ट्रेलिया के लिए साबित होंगे बड़ी चुनौती?
IND vs AUS final : ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड कप फाइनल में मोहम्मद शमी भारतीय टीम के आज फिर ट्रंप कार्ड साबित हो सकते हैं। वे बेहतरीन फार्म में चल रहे हैं और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को शमी की धारदार गेंदबाजी से पार पाना आसान नहीं होगा।
शमी वर्ल्ड कप के पहले 4 मुकाबले नहीं खेले थे और बैंच पर बैठे मौके की तलाश में थे। जैसे ही उन्हें मौका मिला वे विपक्षी बल्लेबाजों के लिए बेहद खतरनाक बन गए। उन्हें खेलना बल्लेबाजों के लिए बेहद मुश्किल साबित हुआ और उन्होंने विकेटों की झड़ी लगा दी।
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि अगर संबंधित खिलाड़ी मोहम्मद शमी जैसा टीम मैन हो तो इस तरह के फैसले करना आसान हो जाता है। शमी विश्व कप में भारत के पहले चार मैच में नहीं खेल पाए थे लेकिन आल राउंडर हार्दिक पंड्या की चोट के बाद उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में अंतिम एकादश में चुना गया।
इसके बाद से उन्होंने 23 विकेट झटक लिए हैं जिसमें से 3 बार 5 विकेट हासिल किए। यह प्रदर्शन वनडे में किसी भारतीय गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी है।
भारत के प्रदर्शन में शमी का योगदान अहम रहा है। निश्चित रूप से रोहित ने अच्छी शुरूआत दी और विराट कोहली ने शानदार लय दिखायी लेकिन अमरोहा एक्सप्रेस ने एक के बाद एक मैच में प्रतिद्वंद्वी टीम को पस्त किया।
शमी 100 वनडे मैचों में टीम इंडिया के लिए 194 विकेट हासिल कर चुके हैं। विश्व कप सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्होंने 9.5 ओवर में 57 रन देकर 7 विकेट हासिल किए थे। यह वनडे क्रिकेट में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था।
रोहित ने स्वीकार किया कि विश्व कप के शुरूआती हिस्से में उसे नहीं खिलाना बहुत मुश्किल था, वह हमारा सीनियर गेंदबाज हैं लेकिन वह हमेशा टीम के लिए मौजूद थे। वह मोहम्मद सिराज की मदद की लिए मौजूद थे, वह जिस तरह भी जसप्रीत बुमराह की मदद कर सकते थे, उनके लिए मौजूद थे।
रोहित ने कहा कि वह पूरी तरह से टीम मैन है। टीम प्रबंधन ने शमी को स्पष्ट तौर पर बता दिया था कि वह अंतिम एकादश से बाहर क्यों हैं। हमने उसे बाहर रखने के बारे में उससे बात की थी। वह अपनी गेंदबाजी पर काम करता रहा। हर कोई नतीजे देख सकता है।
कप्तान ने कहा कि शमी के प्रदर्शन ने दिखाया कि वह मानसिक रूप से किस स्थिति में है। उन्होंने कहा कि यह दिखाता है कि वह विश्व कप से पहले और अब भी मानसिक रूप से किस स्थिति में था। यह आसान नहीं है कि आप टीम का हिस्सा नहीं हों और फिर टीम में शामिल हो और वही काम करो जो वह हमारे लिए करता रहा है, यह उनके बारे में काफी कुछ बताता है।
रोहित ने कहा कि यह बस इतना ही था और एक बार उसके लिए मौका बना तो उसने कर दिखाया। हम उसके प्रदर्शन में यह देख सकते हैं। (वेबदुनिया/एजेंसियां)
Edited by : Nrapendra Gupta