विश्व कप क्रिकेट : जिल्लतभरी जिंदगी से उबरकर मोहम्मद शमी ने खुद को सोना बनाया
मैनचेस्टर। भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी का कहना है कि पिछले 18 महीनों में जिल्लत भरी जिंदगी झेलने के बाद अब शानदार प्रदर्शन के हकदार भी वे खुद ही हैं। शमी ने गुरुवार को विश्व कप में वेस्टइंडीज पर 125 रनों की जीत के बाद कहा कि श्रेय और किसको? बस मुझे। मैं खुद को पूरा श्रेय देता हूं।
शमी को पिछले डेढ़ वर्ष में घरेलू हिंसा के आरोपों से जूझना पड़ा जिसके बाद लंबित जांच तक उन्हें बीसीसीआई की केंद्रीय अनुबंध सूची से हटा दिया गया और फिटनेस के आधार पर उन्हें 1 टेस्ट मैच से भी बाहर बैठना पड़ा।
लेकिन वे अब अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में वापसी कर चुके हैं। उनकी तेजी और स्विंग के बारे में पूछने पर शमी ने कहा कि क्योंकि मुझे इन सब के बाद यह झेलना पड़ा। पिछले 18 महीनों में जो कुछ हुआ, वह सब मुझे ही झेलना पड़ता इसलिए इसका श्रेय भी मुझे ही जाता है।
शमी ने एक हैट्रिक सहित 2 मैचों में 8 विकेट चटकाए हैं। उन्होंने कहा कि मैं अल्लाह का शुक्रिया अदा करता हूं कि उसने मुझे इस सब (पारिवारिक मुद्दों से लेकर फिटनेस तक) से लड़ने की ताकत दी। अब मैं केवल देश के लिए अच्छा करने पर ध्यान लगाए हूं। अफगानिस्तान और वेस्टइंडीज के खिलाफ शानदार प्रदर्शन के बारे में शमी ने कहा कि फिटनेस पर काम करना टर्निंग प्वॉइंट रहा।
उन्होंने कहा कि यह केवल यो यो टेस्ट में विफलता के बारे में नहीं था। ऐसा भी समय होता है, जब आपकी लय गड़बड़ा जाती है। मैं विफल रहा वो एक अलग बात है लेकिन फिर मैंने कड़ी मेहनत की और अपनी फिटनेस में सुधार किया है। मुझे लगता है कि मैं अब अच्छी लय में हूं, क्योंकि मैंने वजन कम किया है। अब मेरे लिए सब कुछ सही चल रहा है।