मंगलवार, 5 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. कोरोना वायरस
  4. Students made alcohol-free sanitizer in Kanpur
Last Modified: शनिवार, 13 जून 2020 (13:02 IST)

कानपुर में छात्रों का कमाल, बना डाला अल्कोहल रहित सैनेटाइजर

कानपुर में छात्रों का कमाल, बना डाला अल्कोहल रहित सैनेटाइजर - Students made alcohol-free sanitizer in Kanpur
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कानपुर में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ ही रहा है और ऐसे में इससे बचने के लिए सैनेटाइजर का प्रयोग बहुत जरुरी है, तो वहीं दूसरी तरफ मंदिर भी खुलने वाले हैं। इसको देखते हुए बीएनएसडी शिक्षा निकेतन के रसायन विभाग के शिक्षक व छात्रों ने अल्कोहल रहित सैनेटाइजर का निर्माण किया है और इसका नाम शिनेटाइजर रखा है।

विद्यालय प्रबंधन के मुताबिक इस 'शिनेटाइजर' को मंदिर और घर में पूजा वाले स्थान में प्रयोग किया जा सकता है। बीएनएसडी शिक्षा निकेतन इंटर कॉलेज के रसायन शास्त्र के प्रवक्ता अवनीश मेहरोत्रा ने संसार के सबसे सस्ते और प्रभावी सैनेटाइजर का आविष्कार कर इसे 'शिनेटाइजर' नाम दिया है।इसे बनाना बहुत सरल है और यह सौ प्रतिशत वैज्ञानिक विधि से बनाया गया है।

शिक्षा निकेतन के रसायन शास्त्री अवनीश मेहरोत्रा ने बताया कि प्रत्येक घर में उपलब्ध विनेगर, नमक और बैटरी- सेल, पावरबैंक से इस शिनेटाइजर का निर्माण किया गया है।उन्होंने बताया कि विद्यालय के कक्षा 8 के छात्र मयंक शुक्ला, शौर्य सैनी, प्रेरित कुमार को संसार का सबसे सस्ता अल्कोहल रहित सैनेटाइजर बनाने और उसका नया नाम रखने का टास्क दिया था फिर उन्हें गाइड किया तो अनेक प्रयोगों के पश्चात इन छात्रों ने अल्कोहल रहित शिक्षा निकेतन के वायरस रिमूवर प्रोडक्ट 'शिनेटाइजर' का आविष्कार किया है।

अवनीश मेहरोत्रा ने बताया कि इस अल्कोहल रहित 'शिनेटाइजर' को बनाने के लिए एक लीटर पानी में आठ मिलीग्राम विनेगर, चार ग्राम नमक का घोल तैयार करें। इस घोल को घर में ही उपलब्ध सेल- बैटरी या पावर बैंक से 25 मिनट तक विद्युतीकरण करें।

विद्युतीकरण का तरीका बहुत सरल है। सेल-बैटरी या पावर बैंक से जुड़े तारों के एक सिरे को इस घोल में 25 मिनट के लिए डाल दें और हो गया विद्युतिकरण। अब आपका सौ प्रतिशत मेडिकेटेड वायरस रिमूवर 'शिनेटाइजर' तैयार है। यह घोल 'हाइपो क्लोरस अम्ल' है। इसका रंग हल्का पीला है।इस अल्कोहल रहित 'शिनेटाइजर' को पूजा स्थलों, मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारों, गिरजाघरों की पवित्रता बनाए रखते हुए प्रयोग किया जा सकता है।
अभी इस 'शिनेटाइजर' की पांच सौ एमएल की पैकिंग तैयार की जा रही है, फिर 100 एमएल का पाकेट गिफ्ट पैक तैयार किया जाएगा। इसी 'शिनेटाइजर' से विद्यालय में स्थापित मां सरस्वती प्रतिमा स्थल तथा मुख्य द्वार पर स्थित मंदिर का भी सैनेटाइजेशन किया जाएगा।
ये भी पढ़ें
कुलपति संवाद: स्त्री मुद्दों को जनांदोलन बनाए मीडिया