UP ने बनाया नया रिकॉर्ड, 24 घंटे में रिकॉर्ड 994 मीट्रिक टन आक्सीजन की आपूर्ति
लखनऊ। उत्तरप्रदेश में कोरोना संक्रमण के चलते बड़ी ऑक्सीजन की मांग को देखते हुए प्रदेश सरकार रात दिन एक कर जिलों में ऑक्सीजन पहुंचाने का काम कर रही है। इसके चलते उत्तरप्रदेश सरकार ने पिछले 24 घंटे में ऑक्सीजन की आपूर्ति करने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है।
पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 994.83 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई है। इसके अलावा सेल्फ प्रोडक्शन के तहत एयर सेपरेटर्स यूनिट्स के माध्यम से 78.46 मीट्रिक टन ऑक्सीजन आपूर्ति की गई है।
अपर मुख्य सचिव, (गृह) अवनीश कुमार अवस्थी ने बीते 24 घंटे में प्रदेशभर में हुई ऑक्सीजन की सप्लाई का ब्योरा देते हुए शनिवार को बताया कि 586.58 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति रिफीलर्स को खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा की गई है।
साथ ही शासन के प्रयासों के फलस्वरूप 318.36 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की सप्लाई प्रदेश के मेडिकल कालेजों व चिकित्सा संस्थानों को तथा 89.89 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति ऑक्सीजन सप्लायर्स द्वारा सीधे निजी चिकित्सालयों को की गई है। इस प्रकार कुल 994.83 मीट्रिक टन से अधिक ऑक्सीजन की सप्लाई बीते 24 घंटे में प्रदेशभर के सरकारी व निजी अस्पतालों में की गई है।
जीवनरक्षक ट्रेन द्वारा जमशेदपुर से 10 ऑक्सीजन टैंकर कुल 80 मीट्रिक टन क्षमता के आज सुबह 11 बजे लखनऊ पहुंचाया गया है। इसी प्रकार कानपुर के लिए छ: टैंकर लगभग 48 मीट्रिक टन क्षमता के उपलब्ध कराए गए हैं। डीआरडीओ लखनऊ के अस्पताल के लिए भी पर्याप्त ऑक्सीजन की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
साथ ही डीआरडीओ वाराणसी अस्पताल के लिए भी ऑक्सीजन की समुचित व्यवस्था की गई है। कानपुर के लिए कल 80 मीट्रिक टन ऑक्सीजन एक विशेष रेल के माध्यम से पहुंचाए जाने की व्यवस्था की गई है।
नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ के लिए जामनगर गुजरात से 80 मीट्रिक टन के टैंकर भरकर ऑक्सीजन आज रात और कल सुबह तक उपलब्ध कराए जाने की व्यवस्था की गई है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश में ऑक्सीजन की मांग को तत्परता से पूरा करने के उद्देश्य से गृह विभाग में बने एक विशेष कंट्रोल रूम के माध्यम से ऑक्सीजन आपूर्ति व्यवस्था की ऑनलाइन मॉनीटरिंग की जा रही है। इस कंट्रोल रूम में गृह विभाग, खाद्य एवं औषधि प्रशासन, चिकित्सा शिक्षा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी व कर्मचारी लगातार 24 घंटे परस्पर समन्वय बनाकर कार्य कर रहे हैं।