शुक्रवार, 20 दिसंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. कोरोना वायरस
  4. PM Modi interacts with doctors contributing to the war against Corona
Written By
Last Updated : सोमवार, 17 मई 2021 (23:56 IST)

PM मोदी ने Corona के खिलाफ जंग में योगदान दे रहे चिकित्सकों से किया संवाद

PM मोदी ने Corona के खिलाफ जंग में योगदान दे रहे चिकित्सकों से किया संवाद - PM Modi interacts with doctors contributing to the war against Corona
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर तैनात चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों को टीकाकरण अभियान में सर्वोच्च प्राथमिकता देने की रणनीति का फायदा दूसरी लहर में देश को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि देश के 90 फीसदी के करीब स्वास्थ्य पेशेवरों को टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है और टीकों ने अधिकांश चिकित्सकों की सुरक्षा सुनिश्चित की है।

प्रधानमंत्री ने यह बात कोविड-19 के खिलाफ जारी लड़ाई में योगदान दे रहे चिकित्सकों से संवाद के दौरान कही। उन्होंने इस महामारी से मिली सीख के बारे में चिकित्सकों के अनुभव सुने और उनसे सुझाव भी मांगा। बैठक के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री ने चिकित्सकों से आग्रह किया कि वे अपने नित्य कामकाज में ऑक्सीजन की आपूर्ति का हिसाब रखने को भी शामिल करें और साथ ही जो मरीज अपने घरों में पृथकवास में हैं उनके इलाज में मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का पालन सुनिश्चित करें।

वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित इस कार्यक्रम में कोविड केयर केंद्रों में कार्यरत चिकित्सकों के समूह के अलावा नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य), स्वास्थ्य सचिव, पीएमओ, विभिन्न मंत्रालयों और केंद्र सरकार के विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

पीएमओ के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान उत्पन्न हुई असाधारण परिस्थितियों के बीच कोरोना के खिलाफ लड़ाई में उत्कृष्ट भूमिका निभाने के लिए समूचे चिकित्सीय समुदाय की सराहना की और कहा कि पूरा देश उनका ऋणी है।

इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि चाहे जांच हो या दवाओं की आपूर्ति या फिर नए संसाधनों की स्थापना, ये सभी रिकॉर्ड समय में और तीव्र गति से हो रहा है। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन उत्पादन और आपूर्ति की विभिन्न चुनौतियों से निपटा गया है और मानव संसाधन को बढ़ाने के लिए भी कई कदम उठाए गए हैं, जिनमें एमबीबीएस छात्रों को कोविड उपचार में लगाना और आशा व आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का ग्रामीण क्षेत्रों में उपयोग शामिल है।\
प्रधानमंत्री ने कहा कि घरों में इलाजरत मरीजों के उपचार में टेलीमेडिसीन बहुत बड़ी भूमिका निभा रहा है और इसका दायरा अब ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ाया जाना चाहिए। गांवों में टीम बनाकर टेलीमेडिसीन की सेवा दे रहे चिकित्सकों की सराहना करते हुए उन्होंने देशभर के चिकित्सकों से अपील की कि वह भी ऐसी ही टीमें बनाकर एमबीबीएस छात्रों को प्रशिक्षित कर तहसील और जिलों में टेलीमेडिसीन सेवा दें। देश में कोविड-19 की दूसरी लहर के बीच प्रधानमंत्री लगातार बैठकें कर रहे हैं और विशेषज्ञों से चर्चा कर रहे हैं।
ज्ञात हो कि भारत में सोमवार को कोविड-19 के 2,81,386 नए मामले सामने आए। इसके बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,49,65,463 हो गई। पिछले 27 दिन में एक दिन में सामने आए ये सबसे कम नए मामले हैं।संक्रमण से पिछले 24 घंटे में 4,106 लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही मृतक संख्या बढ़कर 2,74,390 हो गई।

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार की सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी 35,16,997 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 14.09 प्रतिशत है। आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण से कुल 2,11,74,076 लोग उबर चुके हैं और मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 84.81 प्रतिशत है, वहीं कोविड-19 से मृत्यु दर 1.10 प्रतिशत है।(भाषा)
ये भी पढ़ें
विषाणु विज्ञानी शाहिद जमील ने दिया इस्तीफा, इस कारण थे सरकार से नाराज...