बड़ी खबर, गुजरात में भी ओमिक्रॉन वैरिएंट की एंट्री, जामनगर में मिला पहला मामला
जामनगर। गुजरात के जामनगर में ओमिक्रॉन की एंट्री से हड़कंप मच गया। 2 दिन पहले मिले संदिग्ध की रिपोर्ट जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए पुणे भेजी गई थी। इसकी रिपोर्ट आज आई।
कर्नाटक में इस खतरनाक वैरिएंट के दो मामलों की पुष्टि होने के बाद अब नया केस गुजरात के जामनगर में सामने आया है। इस तरह देश में ओमिक्रोन संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3 हो गई। संक्रमित युवक हाल ही में
जिम्बाब्वे से लौटा था।
देश के सभी एक्सपर्ट ओमिक्रॉन वैरिएंट के खिलाफ लड़ाई में मास्क को सबसे हथियार मान रहे हैं। एक्सपर्ट मानते है कि अगर आपने मास्क पहने के साथ कोरोना संयमित व्यवहार (कोरोना प्रोटोकॉल) का सही तरीके से पालन कर रहे है तो आप संक्रमण से बच सकते हैं।
भोपाल के एम्स के पूर्व डायरेक्टर प्रोफेसर सरमन सिंह कहते हैं कि मास्क ही कोरोना से बचने का एकमात्र उपाय है और यह सभी वैरिएंट पर प्रभावी है। इसको हमको समझना होगा कि कोरोना वायरस में चाहें जितने म्यूटेशन हो जाए, चाहे जितने वैरिएंट आ जाए अगर कोरोना वायरस के संक्रमण से बचना है तो हमको मास्क का प्रयोग करना ही होगा। आज मास्क एक सोशल वैक्सीन है।
देश के जाने माने हेल्थ एक्सपर्ट डॉक्टर रमन गंगाखेडकर कहते हैं कि अगर हम सही तरीके से मास्क लगाते है और कोरोना एप्रोपियट व्यवहार का पालन करते हैं तो चाहे कोरोना की दूसरी लहर हो या तीसरी लहर हम कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से बच सकते हैं।
ओमिक्रॉन वैरिएंट जिसको डेल्टा वैरिएंट की अपेक्षा पांच गुना अधिक संक्रामक माना जा रहा है, ऐसे में हमको संक्रामण से बचना होगा। एक्सपर्ट लोगों को सलाह देते है कि हमको ऐसी जगह से जाने से बचना होगा जहां वेंटीलेशन नहीं है क्योंकि यहां पर संक्रमित व्यक्ति के एयरोसोल से आप संक्रमण का शिकार हो सकते है। इसके साथ सार्वजनिक स्थल पर आपको सोशल डिस्टेंसिंग बनानी होगी।