तीन देशों के ‘वैरिएंट’ से मिलकर बना है भारत में फैल रहा ‘डबल म्यूटेंट’ वायरस
भारत में पसर रहा कोराना वायरस दरअसल बहुत ज्यादा स्मार्ट होने के साथ ही बहुत रहस्यमी और खतरनाक है, क्योंकि यह साल 2020 में आए कोरोना वायरस की तरह हल्का नहीं है।
वायरस की इस दूसरी लहर में दरअसल दुनिया के तीन देशों के वैरिएंट शामिल हो गए हैं और यही तीन वैरिएंट मिलकर भारत में डबल म्यूटेंट वायरस हो गया।
हेल्थ रिपोर्ट और विशेषज्ञों की रिसर्च बताती है कि भारत में पसर रहे वायरस में साउथ अफ्रीका, यूके और ब्राजील के वैरिएंट शामिल हो गए हैं। इसलिए भारत वाला वायरस इनके तीन वैरिएंट के साथ मिक्स होकर डबल म्यूटेंट वायरस बन गया है।
रिपोर्ट्स की माने तो इसीलिए यह इतना ज्यादा खतरनाक हो गया है कि हम संभल नहीं पा रहे हैं।
इसी कारण बदल गए लक्षण
नए वायरस में लक्षणों के बदल जाने का भी यही कारण है। पहले वाले वायरस में सिर्फ स्वाद नहीं आना, गंध नहीं आना और सर्दी, बुखार जैसे लक्षण थे, लेकिन अब सर्दी, बुखार के साथ ही डायरिया, उल्टी, सिरदर्द, कई मरीजों को बदन में दर्द, गैस, भूख न लगना, मांसपेशियों में अकड़न जैसी शिकायतें भी हैं। नए मामलों में पेट में एसिडिटी या गैस की शिकायत काफी हो रही है। पहले इसे गंभीरता से नहीं लिया जा रहा था, मगर अब डॉक्टर इस बात को लेकर काफी चिंतित हैं।
इससे डॉक्टरों को भी समझ नहीं आ रहा है कि इसकी पहचान कैसे करें। दिक्कत यह है कि इसमें यह फर्क करना मुश्किल है कि यह सामान्य बीमारी के लक्षण हैं या कोरोना वायरस के लक्षण हैं।
अगल-अलग राज्यों में फैले तीन वैरिएंट
रिपोर्ट कहती है कि सबसे ज्यादा चिंता वाली बात तो यह है कि साउथ अफ्रीका, यूके और ब्राजील के ये तीनों वैरिएंट भारत के अलग-अलग राज्यों में पसर रहे हैं। जैसे यूके का वैरिएंट पंजाब में ज्यादा देखने को मिल रहा है। ठीक इसी तरह दो वैरिएंट भी देश के दूसरे राज्यों में लोगों को संक्रमित कर रहे हैं।