कोरोना योद्धाओं को सलाम : जहां बरसाए थे पत्थर, वहीं इलाज करते हुए महिला डॉक्टर संक्रमण का शिकार
इंदौर। स्वास्थ्यकर्मियों पर पथराव की बहुचर्चित घटना से सुर्खियों में आए इंदौर के टाटपट्टी बाखल इलाके में कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के अभियान में शामिल 26 वर्षीय महिला डॉक्टर इस महामारी से मंगलवार को संक्रमित पाई गईं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) प्रवीण जड़िया ने बताया कि टाटपट्टी बाखल इलाके में कोविड-19 के खिलाफ हमारे रोकथाम अभियान में शामिल 26 वर्षीय महिला डॉक्टर इस महामारी से संक्रमित पाई गई हैं। उन्हें शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उन्होंने कहा कि हमें संदेह है कि वह अपनी ड्यूटी के दौरान टाटपट्टी बाखल इलाके के ही किसी व्यक्ति के संपर्क में आकर कोविड-19 से संक्रमित हुई हैं। अधिकारियों ने बताया कि टाटपट्टी बाखल, शहर के उन इलाकों में शामिल है जहां बड़ी संख्या में कोविड-19 के मरीज मिले हैं। घनी आबादी वाले इस क्षेत्र को कई दिन पहले ही कंटेनमेंट जोन घोषित कर सील किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि टाटपट्टी बाखल में स्वास्थ्यकर्मियों पर 1 अप्रैल को हुए पथराव में दो अन्य महिला डॉक्टरों के पैरों में चोटें आई थीं। यह दल कोरोना वायरस संक्रमण के एक मरीज के संपर्क में आए लोगों को ढूंढने गया था।
हालांकि, दोनों महिला डॉक्टर इस क्षेत्र में फैली महामारी के खिलाफ जारी अभियान में पथराव के अगले ही दिन दोबारा जुट गई थीं।
जिला प्रशासन ने इस मामले के चार मुख्य आरोपियों- मोहम्मद मुस्तफा (28), मोहम्मद गुलरेज (32), शोएब (36) और मजीद (48) को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत गिरफ्तार किया था। (भाषा)