क्या दुनिया भारत के ‘नमस्ते’ को हमेशा के लिए अपनाएगी?
कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को कभी न भरने वाला एक घाव दिया है, लेकिन इसने दुनिया को सकारात्मक तरीके से बदला भी है। ऐसे में सवाल है कि क्या दुनिया में जो काम अभी कोरोना के वक्त हो रहे हैं, क्या वे काम आगे भी जारी रहेंगे।
ये पांच काम ऐसे हैं जो अभी लोग कर रहे हैं, सवाल ये है कि क्या ये आगे भी किए जाएंगे।
नमस्ते
भारत की संस्कृति का हिस्सा है नमस्ते। कोरोना सबसे ज्यादा हाथ लगाने से ही फैलता है, ऐसे में पूरी दुनिया ने अब नमस्ते करना शुरू कर दिया है। नमस्ते करना सोशल डिस्टेंसिंग का हिस्सा भी है। अब हाथ मिलाना तो संभव नहीं, ऐसे में भारत ने दिया 'नमस्ते'। क्या उम्मीद की जाना चाहिए कि दुनिया इसे जारी रखेगी।
वर्क फ्रॉम होम
भारत में वर्क फ्रॉम होम एक टास्क ही था, लेकिन भारत ही नहीं दुनिया के तमाम देशों ने इसे अपना लिया है। और अब यकीन कीजिए की दुनिया में ज्यादातर कंपनियों का काम घर से हो रहा है। क्या यह आगे भी जारी रहेगा।
साफ वातावरण
कई रिपोर्ट ने साबित कर दिया है कि लॉकडाउन की वजह से दुनिया की हवा, आसमान, नदिया और धरती साफ और स्वच्छ हो गई है। प्रदूषण एक समस्या रही है अब तक। ऐसे में क्या दुनिया इसे इसी तरह सुंदर और स्वच्छ बनाए रखना चाहेगी।
इंटरनेट
काम के लिए इंटरनेट, वीडियो कॉल्स, कॉन्फ्रेंसिंग आदि शुरू हो गया है। मीटिंग भी ऑनलाइन हो रही है। ऐसे में पूरी दुनिया को हाई स्पीड इंटरनेट की जरुरत है। हाईस्पीड इंटरनेट को बढ़ावा मिलेगा। तो क्या यह सेवा और बेहतर होगी।