कांग्रेस एवं दूसरी विपक्षी पार्टियां जूझ रही हैं विश्वसनीयता के संकट से : राजनाथ
रायपुर। केंद्रीय गृहमंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता राजनाथ सिंह ने मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस समेत दूसरे विपक्षी दलों पर विश्वसनीयता के संकट से जूझने का आरोप लगाया है।
सिंह ने गुरुवार को यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि एक तरफ कांग्रेस एवं दूसरे विपक्षी दल विश्वसनीयता के संकट से जूझ रहे है, वहीं दूसरी ओर भाजपा की सरकारों के प्रति लोगों का विश्वास दिनोदिन लगातार मजबूत होता जा रहा है। उन्होंने छत्तीसगढ़ का जिक्र करते हुए कहा कि सत्ता में रहने के 15 वर्षों बाद भी मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के प्रति राज्य के लोगों में विश्वास कायम ही नहीं है, बल्कि बढ़ा है।
उन्होंने कहा कि 15 वर्षों में डॉ. सिंह ने छत्तीसगढ़ की तस्वीर बदल दी है। लंबे समय तक सत्ता में रहने पर सरकारों के प्रति अविश्वास का संकट उत्पन्न होता है, लेकिन छत्तीसगढ़ में स्थिति इसके उलट है। उन्होंने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र पर निशाना साधते हुए कहा कि जो कांग्रेस विश्वास खो चुकी है, उसकी बातों पर लोग क्यों विश्वास करेंगे?
सिंह ने कहा कि कांग्रेस के लोक-लुभावन वादों की स्थिति ठीक उसी प्रकार है, जैसे कोई दिवालिया बैंक में किसी को पोस्टडेटेड चेक देना। समर्थन मूल्य बढ़ाने का इनका झूठ जनता समझती है। कर्जमाफी के वादे पर उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि इसी तरह कर्नाटक में कांग्रेस ने वादा किया था लेकिन वहां क्या हालात है? किसानों के नाम वारंट जारी हो रहे हैं और उनकी गिरफ्तारियां हो रही हैं।
उन्होंने दावा किया कि भाजपा जो घोषणा पत्र में वादा करती है, उसे पूरा करती है। एक पत्रकार ने जब छत्तीसगढ़ में किए वादे पूरा नहीं करने का सवाल उठाया तो सिंह ने एक भी उदाहरण देने की चुनौती दी। जब धान का समर्थन मूल्य 2100 रुपए क्विंटल करने, हर वर्ष बोनस देने का उल्लेख किया तो उन्होंने कहा कि 15 वर्षों में 13 वर्ष तो बोनस दिया, 2 वर्ष कुछ कठिनाइयां थीं इसीलिए नही दिया। चुनावों से पहले देने की बात सही नहीं है।
सिंह ने राज्य में पहले चरण में हुए मतदान में भारी संख्या में लोगों के मतदान करने पर खुशी जताते हुए कहा कि नक्सलवाद छत्तीसगढ़ सहित देश में आखिरी सांसें गिन रहा है। देश के 90 नक्सल प्रभावित जिलों में से इनकी संख्या सिमटकर 9-10 जिलों तक पहुंच गई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस समस्या से आने वाले दिनों में निजात मिल जाएगी।
उन्होंने पाकिस्तानी क्रिकेटर शाहिद अफरीदी के कश्मीर को लेकर दिए गए बयान के बारे में पूछे जाने पर कहा कि शहीद अफरीदी ने ठीक ही तो कहा है, उसने क्या गलत कहा? शाहिद ने लंदन में पिछले हफ्ते कहा था कि पाकिस्तान को कश्मीर की जरूरत ही नहीं है, वह तो अपने 4 राज्य ही नहीं संभाल पा रहा है। (वार्ता)