ऐ जिंदगी (Aye Zindagi) के डायरेक्टर हैं नवोदित अनिर्बान बोस और ये फिल्म शिलादित्य बोरा की प्लाटून वन फिल्म्स द्वारा निर्मित है। साउथ स्टार वेटेरन एक्ट्रेस रेवती 6 सालों बाद फ़िल्म ऐ जिंदगी से बड़े परदे पर वापसी कर रही हैं। जीवन की सच्ची कहानियों और घटनाओं से जुड़ी ये फ़िल्म अपने सब्जेक्ट को लेकर काफी चर्चा में हैं।
फिल्म ऐ जिंदगी (Aye Zindagi) लीवर सिरोसिस से पीड़ित 26 वर्षीय विनय (सत्यजीत) के जीवन की आपाधापी दर्शाती है। डॉक्टर, नर्स और तमाम मेडिकल फ्रंटलाइनर के जज्बे को दिखाती इस फ़िल्म (Aye Zindagi) में एक्ट्रेस रेवती एक गंभीरकाउंसलर का किरदार निभा रही हैं, जो मरीज को दर्द से उबरने में मदद करती हैं। कहानी (Aye Zindagi) विनय और उससे जुड़े लोगों के दर्द के इर्द-गिर्द घूमती हैं जो ऑर्गन डोनर की खोज कर रहे हैं। सच्ची घटनाओं से प्रेरित फिल्म प्यार, उपचार और आशा जैसे संवेदनशील विषयों का मेल हैं।
पहली बार एक डायरेक्टर के तौर पर अनिर्बान बोस एक गहरे और भावुक कहानी को लेकर काफी उत्साहित हैं और रेवती की दमदार अदाकारी के बारे में कहते हैं, "वह अंगदान को समझती हैं। रेवती भारत में अंग दाता कार्ड के लिए साइन अप करने वाली व्यक्ति हैं। उन्होंने परिवारों को, उनके दर्द को और ऑर्गन डोनेट करने के लाभों को देखा है, इसलिए वह जानती है कि अंग प्रत्यारोपण क्या करता है और कितना जरूरी है। उनके साथ काम करके मुझे बेहद खुशी है और जो किरदार उन्होंने निभाया है उसे उनसे बेहतर कोई और नही समझ सकता।"
रेवती का फिल्म 'ऐ जिंदगी' (Aye Zindagi) पर दिया गया एक वीडियो काफी वायरल हो रहा हैं। फ़िल्म में ग्रीफ काउंसलर का किरदार कर रही रेवती इस वीडियो में मेडिकल फ्रंटलाइनर के लिए एक खास संदेश देकर उनके जज्बे को सलाम कर रही हैं। रेवती कह रही है," मैंने अपने करियर में ऐसे रोल किए हैं जिन्हें आप हीरो कह सकते हैं, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में, मैंने अपने जीवन में वास्तविक नायकों को देखा है जो- चिकित्सा बिरादरी, डॉक्टर, नर्स, वार्ड बॉय और एम्बुलेंस ड्राइवर हैं। उनके बिना, हम अपने जीवन के इन सबसे कठिन वक़्त से आगे नहीं बढ़ पाते। 'ऐ जिंदगी' (Aye Zindagi) इन्हीं हीरो को समर्पित है। 'ऐ जिंदगी' ऐसी अद्भुत, अविश्वसनीय सच्ची कहानी पर आधारित है कि मुझे यकीन है कि इसे देखकर आपको जिंदगी जीने का एक संपूर्ण अनुभव प्राप्त होगा।"