बात 1990 के आसपास की है। राजेश खन्ना ने ‘जय शिव शंकर’ फिल्म बनाने की घोषणा की और उसमें बतौर हीरोइन डिम्पल कपाड़िया को लेकर सबको चौंका दिया। डिम्पल और राजेश की राहें उस वक्त जुदा हो चुकी थी।
फिल्म में जीतेंद्र को भी लिया गया और एक युवा हीरो की तलाश थी। यह बात अक्षय कुमार को पता चली, जो उन दिनों निर्माताओं और स्टुडियो के चक्कर काटा करते थे ताकि उन्हें किसी फिल्म में काम मिले।
वे राजेश खन्ना से ‘जय शिव शंकर में काम मांगने के लिए उनके दफ्तर पहुंचे। काका अपने केबिन में थे और काम मांगने आए कुछ नौजवानों से मिल रहे थे। अक्षय तीन-चार घंटे तक बैठे रहे और उनका नंबर नहीं आया। आखिर में उन्हें बताया गया कि अब राजेश खन्ना नहीं मिलेंगे। मायूस होकर अक्षय लौटने लगे। उन्होंने उस दिन सोचा भी नहीं था कि जो इंसान आज उनसे मिला नहीं, उसी के वे एक दिन दामाद बनेंगे।
अक्षय कुमार का संघर्ष रंग लाया और वे बड़े स्टार बने। 17 जनवरी 2001 को उन्होंने राजेश खन्ना की बेटी ट्विंकल खन्ना से शादी की।