15 साल की उम्र में शेफाली जरीवाला को आते थे मिर्गी के दौरे, मरते-मरते बची थीं एक्ट्रेस
एक्ट्रेस शेफाली जरीवाला के अचानक निधन से इंडस्ट्री में शोक की लहर है। 27 जून की देर रात शेफाली को कार्डियक अरेस्ट आया, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में डॉक्टरों ने जांच करने के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। शेफाली की मौत की जांच मुंबई पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने शुरू कर दी है।
शेफाली जरीवाला सिर्फ एक गाने 'कांटा लगा' से रातों-रात स्टार बन गई थीं। इस गाने की रिलीज के बाद हर तरफ सिर्फ शेफाली की चर्चा होने लगी थी और वह 'कांटा लगा गर्ल' के नाम से पहचानी जाने लगी। हालांकि शेफाली अपने इस फेम को बरकरार नहीं रख पाईं।
शेफाली जरीवाला 'बिग बॉस 13' में भी नजर आई थीं। एक इंटरव्यू के दौरान शेफाली जरीवाला ने अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर बात की थी। शेफाली ने अपने उस दर्द को भी बयां किया था जिसे उन्होंने 15 साल की उम्र में झेला था। दरअसल, शेफाली को मिर्गी के दौरे पड़ते थे।
शेफाली जरीवाला ने कहा था, किसी भी आर्टिस्ट को पहचान बनाने के लिए कड़ी मेहनत करना पड़ती है। मुझे कांटा लगा से ये पहचान मिली। ये मेरा पहला प्रोजेक्ट था और ये जबरदस्त हिट था। मैं चाहती हूं कि लोग मुझे आज भी मेरे उस गाने से मुझे याद रखें।
शेफाली ने बताया था, जब कांटा लगा किया था, तब हम फाइनेंशियली मुश्किल समय से गुजर रहे थे। मेरे पापा ने सारा पैसा खो दिया था। मेरी मां बैंक में काम कर रही थीं। मेरी बहन कॉलेज में पढ़ रही थी और कॉलेज की फीस बहुत ज्यादा थी। मेरी मां ने फीस के लिए अपनी चूड़ियां उधार पर रख दी। उस दिन मैंने डिसाइड किया कि मैं अपनी मां को इतनी चूड़ियां दिलाऊंगी कि वो डिसाइड न कर सकें कि कौनसी पहननी है।
शेफाली ने बताया था कि उन्हें मिर्गी के दौरे पड़ते थे। मिर्गी एक न्यूरोलॉजिकल ईश्यू है। ये जेनेटिक भी हो सकती है। इसमें दौरे के लक्षण होते हैं। ये ज्यादा स्ट्रेस की वजह से होता है जब आपका दिमाग स्ट्रेस हैंडल नहीं कर पाता है। मुझे पहला दौरा तब पड़ा था जब मैं 15 साल की थी। बोर्ड एग्जाम की वजह से मुझे ओवरस्ट्रेस हो गया था। आज के समय में दवाईयां, अच्छे डॉक्टर्स हैं।
शेफाली ने कहा था, अब मुझे 20 साल से दौरे नहीं पड़ते। मैं अब दवाइयां नहीं लेती हूं। जब आपको दौरे पड़ते हैं तो आप अपनी जीभ काट सकते हो। मुझे दौरा तब पड़ा था जब मैं बालकनी में खड़ी थी। मैं गिर सकती थी और मर सकती थी। आपको पता नहीं होता है कि दौरा कब पड़ेगा।