ऋषि कपूर ने दो बार बचाई थी पद्मिनी कोल्हापुरे की जान, एक्ट्रेस ने बताया किस्सा
बॉलीवुड एक्ट्रेस पद्मिनी कोल्हापुरे ने 80 के दशक में कई सफल फिल्मों में काम किया था। पद्मिनी कोल्हापुरे जल्द ही टीवी सिंगिंग रियलिटी शो 'इंडियन आइडल 12' में नजर आने वाली हैं। उनके साथ इस शो में एक्ट्रेस पूनम ढिल्लन भी होंगी। दोनों इस दौरान ना केवल कंटेस्टेंट्स की सिंगिंग को इन्जॉय करेंगी बल्कि अपनी जिंदगी से जुड़ी मजेदार बातें भी बताएंगी।
सोनी टीवी ने शो का एक प्रोमो वीडियो इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया है, जिसमें पद्मिनी कोल्हापुरे ने खुद से और ऋषि कपूर जुड़ा किस्सा सुनाते नजर आ रही हैं। पद्मिनी कोल्हापुरे ने यह किस्सा तब सुनाया, जब कंटेस्टेंट पवनदीप राजन ने 'होगा तुमसे प्यारा कौन' गाना गाया तो इसी दौरान उन्हें बात-बात में शूटिंग के दौरान का डरावना किस्सा याद आ गया।
पद्मिनी ने बताया कि इस गाने की शूटिंग के दौरान सेट पर बुरी तरह आग लग गई थी। उस वक्त ऋषि कपूर ने उन्हें बचाया। बता दें कि 'होगा तुमसे प्यारा कौन' सॉन्ग फिल्म 'जमाने को दिखाना है' का है, जिसमें पद्मिनी के अपोजिट ऋषि कपूर थे। ये फिल्म 1981 में आई थी और इसे नासिर हुसैन ने डायरेक्ट किया था।
इस गाने की शूटिंग के दौरान ऋषि कपूर और पद्मिनी कोल्हापुरे ट्रेन के ऊपर शूट कर रहे थे। गर्मी बहुत थी, पर दोनों स्टार्स ने हार नहीं मानी और अपना बेस्ट शॉट देने की कोशिश करते रहे। तभी अचानक पद्मिनी के स्कार्फ में आग लग गई और ऋषि ने एक असली हीरो की तरह उनकी ओर भागना शुरू कर दिया और उन्हें बचा लिया।
इसके अलावा साल 1982 में फिल्म 'प्रेम रोग' के सेट पर भी बड़ी दुर्घटना हो गई थी। दरअसल, 'प्रेम रोग' के सेट पर आग लग गई थी। वहां भी ऋषि कपूर ने पद्मिनी कोल्हापुरे की जान बचाई थी। फिल्म 'प्रेम रोग' में भी ऋषि और पद्मिनी की जोड़ी थी। पद्मिनी कोल्हापुरे ऋषि कपूर संग जुड़े ये दो किस्से शेयर करते हुए पुरानी यादों में खो गईं और बोलीं कि वो सिर्फ एक अच्छे एक्टर ही नहीं थे, बल्कि वो बहुच अच्छे इंसान भी थे।
उन्होंने कहा, वह हमेशा ही दूसरों की मदद के लिए तैयार रहते थे और उन्हें भी उन्होंने दो बार बचाया। उनके मन में उनके लिए जो इज्जत थी, वह बेतहाशा बढ़ गई। वह उनकी प्रार्थनाओं में हमेशा जिंदा रहेंगे।
बता दें, पद्मिनी कोल्हापुरे ने अपना एक्टिंग करियर बाल कलाकार के रूप में शुरू किया था। ड्रीम गर्ल, सत्य शिव सुंदरम और इंसाफ़ का तराज़ू जैसी फ़िल्मों में उनके अभिनय को ख़ूब सराहा गया। 1982 में आई राज कपूर निर्मित-निर्देशित फ़िल्म प्रेम रोग पद्मिनी के अभिनय की शानदार मिसाल है।