सुशांत सिंह राजपूत ने कहा था- डिप्रेशन में हूं, समझ नहीं आता क्या करूं?
सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या वाला केस दिन पर दिन उलझता जा रहा है। दरअसल सुशांत के परिवार ने इस आत्महत्या को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। सभी इनके जवाब जानना चाहते हैं। सुशांत के फैंस अलग परेशान हैं। नाराज हैं। सवाल पूछ रहे हैं।
बॉलीवुड में नेपोटिज्म को इसका जवाबदार बताया जा रहा है। कुछ लोग सुशांत की मानसिक परेशानी को इसका जिम्मेदार बता रहे हैं। रिया चक्रवर्ती का नाम भी लगातार इस मामले में लिया जा रहा है।
बहरहाल, फिल्ममेकर रूमी जाफरी उन चंद लोगों में से हैं जिन्हें सुशांत के अंतिम दिनों में उनसे बात करने का मौका मिला। सुशांत को लेकर रूमी एक फिल्म प्लान कर रहे थे और इस सिलसिले में उनकी मुलाकात और बातें सुशांत से होती रहती थी।
रूमी के अनुसार उन्हें कभी भी नहीं लगा कि सुशांत मानसिक परेशानी से गुजर रहे हैं और उनका इलाज चल रहा है। रूमी के अनुसार सुशांत ने उनसे खुद कहा था कि मैं डिप्रेस्ड रहता हूं। क्या करूं कुछ समझ में नहीं आ रहा।
रूमी के अनुसार उन्होंने सुशांत को समझाया भी था कि उनके पास डिप्रेस्ड होने की कोई वजह नहीं है। वे हैंडसम हैं। डिमांड में हैं। उनकी आखिरी फिल्म छिछोरे बड़ी हिट रही थी।
रूमी के अनुसार सुशांत के मेंटल स्टेट के बारे में रिया ने भी उन्हें बताया था। उनका इलाज चल रहा था और सुशांत की जिंदगी कोई नहीं ले सकता था।
एक ओर बात कही जा रही है कि सुशांत ने जब आत्महत्या की तो उनके शव को लेने के लिए दो एंबुलेंस क्यों आई? इस बारे में खुलासा किया है एंबुलेंस के मालिक राहुल ने।
राहुल ने अनुसार सुशांत के सुसाइड वाले दिन वह गांव में था। इसलिए एम्बुलेंस लेकर उनका भाई अक्षय, सुशांत के घर पहुंचा। जब वह सुशांत के घर पहुंचा तो बॉडी पहले से नीचे उतरी हुई थी।
एम्बुलेंस कर्मी उनकी बॉडी को स्ट्रेचर पर लिटाकर बिल्डिंग नीचे लाए। सुशांत की बॉडी उस एम्बुलेंस में फिट नहीं हो रही थी क्योंकि एम्बुलेंस की व्हीलचेयर में कुछ दिक्कत थी।
राहुल ने तुरंत दूसरी एम्बुलेंस का इंतजाम किया जिसमें सुशांत की बॉडी को ले जाया गया। बताया जा रहा है कि ड्राइवर को धमकी भरे कॉल भी आ रहे हैं।
सुशांत की बॉडी उनके घर से 8 किलोमीटर दूरी कूपर अस्पताल ले जाई गई। इस पर भी सवाल हैं। पूछा जा रहा है कि जब सुशांत के घर के नजदीक कई अस्पताल थे तो इतनी दूर क्यों ले जाया गया?
इसका जवाब कपूर अस्पताल के डीन ने दिया है। उनका कहना है कि कपूर अस्पताल महाराष्ट्र सरकार का अस्पताल है इसलिए बॉडी को यहां लेकर पोस्टमॉर्टम किया गया।