शुभ शगुन के मेकर्स पर कृष्णा मुखर्जी ने लगाए गंभीर आरोप, बोलीं- जब मैं मेकअप रूम में कपड़े बदल रही थीं...
Krishna Mukherjee post: टीवी सीरियल 'ये है मोहब्बतें' से लोकप्रियता हासिल करने वाली एक्ट्रेस कृष्णा मुखर्जी ने बेहद चौंकाने वाला खुलासा किया है। एक्ट्रेस ने डेली सोप 'शुभ शगुन' के मेकर्स पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कृष्णा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करके बताया कि वह 'शुभ शगुन' के निर्माता द्वारा उत्पीड़न के कारण डिप्रेशन और एंग्जाइटी से जूझ रही हैं।
कृष्णा मुखर्जी ने लिखा, मुझमें कभी अपने दिल की बात कहने की हिम्मत नहीं थी लेकिन आज मैंने फैसला किया कि अब इसे अब और अपने अंदर नहीं रखूंगी। मैं मुश्किल दौर से गुजर रही हूं और पिछला डेढ़ साल मेरे लिए बिल्कुल भी आसान नहीं था। मैं उदास हूं, परेशान हूं और जब मैं अकेला होती हूं तो दिल खोलकर रोती हूं।
एक्ट्रेस ने लिखा, यह सब तब शुरू हुआ, जब मैंने दंगल टीवी के लिए अपना आखिरी शो शुभ शगुन करना शुरू किया। यह मेरे जीवन का सबसे बेकार फैसला था। मैं इस शो को बिलकुल नहीं करना चाहती थी, लेकिन मैंने दूसरों की बात सुनी और कॉन्ट्रैक्ट पर साइन कर दिए। प्रोडक्शन हाउस और निर्माता कुंदन सिंह ने मुझे कई बार परेशान किया है। यहां तक कि एक बार उन्होंने मुझे मेरे मेकअप रूम में बंद कर दिया क्योंकि मैं बीमार थी और मैंने शूटिंग न करने का फैसला किया था।
कृष्णा ने लिखा, वो मुझे मेरे काम की फीस नहीं दे रहे थे और साथ ही जब मैं बीमार थी और अंदर थी, तो वो मेरे मेकअप रूम के दरवाजे को पीट रहे थे जैसे कि वो इसे तोड़ देंगे, वो भी तब, जब मैं अंदर कपड़े बदल रही थी। मुझे फीस भी नहीं मिल रही थी। इसलिए मैंने शूटिंग ना करने का फैसला किया।
उन्होंने कहा, मुझे पांच महीने का पैसा नहीं दिया है। यह सचमुच बहुत बड़ी रकम है। मैं प्रोडक्शन हाउस और दंगल ऑफिस गई हूं लेकिन उन्होंने कभी मुझे जवाब नहीं दिया। हां, कई बार धमकी जरूर दी गई। पूरे समय मैं असुरक्षित, टूटी हुई और डरी हुई महसूस कर रही थी। मैं असुरक्षित महसूस करती हूं, मैंने कई लोगों से मदद मांगी लेकिन कुछ नहीं हुआ। लोग मुझसे पूछते हैं कि मैं कोई शो क्यों नहीं कर रही? यही कारण है। मुझे डर लग रहा है कि अगर वही घटना दोबारा घटी तो क्या होगा? मुझे न्याय चाहिए।
इस पोस्ट को शेयर करते हुए कृष्णा मुखर्जी ने कैप्शन में लिखा, यह लिखते समय मेरे हाथ अभी भी कांप रहे हैं लेकिन मुझे लिखना पड़ा। इसके कारण मैं एंग्जाइटी और डिप्रेशन से जूझ रही हूं। हम अपनी भावनाओं को छिपाते हैं और सोशल मीडिया पर एक अच्छा साइड दिखाते हैं। लेकिन ये हकीकत है। मेरा परिवार मुझसे पोस्ट न करने के लिए कह रहा था क्योंकि वो सब अभी भी डरे हुए हैं कि अगर ये लोग तुमको नुकसान पहुँचाएंगे तो क्या होगा? लेकिन मुझे क्यों डरना चाहिए? यह मेरा अधिकार है और मुझे न्याय चाहिए।