पुण्यश्लोक अहिल्याबाई: स्नेहलता वसईकर को अपनी दूसरी मां मानते हैं क्रिश चौहान
सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन का पीरियड ड्रामा 'पुण्यश्लोक अहिल्याबाई' 18वीं सदी पर आधारित है, जिसमें एक ऐसी महिला की कहानी प्रस्तुत की गई है, जो अपने वक्त से आगे की सोच रखती थीं और जिन्हें अपने ससुर मल्हार राव होल्कर का निस्वार्थ समर्थन प्राप्त था।
ऐसे समय पर जब सामाजिक नियमों और पुरुषवादी सोच का बोलबाला था, तब महिलाओं के लिए शिक्षा को वर्जित माना जाता था, और उनकी आवाज और उनके अधिकारों से उन्हें वंचित रखा जाता था। ऐसे समय में अहिल्याबाई एक मिसाल बनकर सामने आईं, जिन्होंने यह साबित किया कि कोई भी इंसान अपने लिंग या जन्म से नहीं, बल्कि अपने कर्मों से महान बनता है।
पुण्यश्लोक अहिल्या बाई में इस कहानी के साथ-साथ गौतमा बाई और उनके बेटे खंडेराव होल्कर के जरिए मां-बेटे का खूबसूरत रिश्ता भी दिखाया जाएगा, जिन्हें क्रमशः स्नेहलता वसईकर और क्रिश चौहान निभा रहे हैं। वैसे क्रिश और स्नेहलता के बीच पर्दे के पीछे भी बड़ा प्यारा रिश्ता है, जो हमें पर्दे पर भी दिखाई देता है। कम समय में ही वे अपने किरदारों में अच्छी तरह उतर गए हैं और उन्होंने हर बारीकी को बखूबी अपना लिया है।
इस बारे में बताते हुए क्रिश चौहान ने कहा, स्नेहलता जी मेरे लिए सचमुच मां समान हैं। वो सेट पर मुझे मराठी सीखने में मदद करती हैं, मुझे कविता सिखाती हैं, मेरे साथ घर का बना डब्बा शेयर करती हैं और हमेशा मुझे गाइड करती हैं। वो बहुत अच्छी इंसान हैं और उनका साथ मुझे बहुत अच्छा लगता है।
उन्होंने कहा, यह कहने की जरूरत नहीं कि काम को लेकर भी उनसे बहुत-सी बातों में प्रेरणा मिलती है। मुझे उनके साथ शूटिंग करने में मजा आता है और मुझे हर दिन उनसे कुछ नया सीखने का इंतजार रहता है। मुझे लगता है कि हमारे बीच का ऑफ-स्क्रीन तालमेल और समझ, पर्दे पर इसे प्रस्तुत करने में हमारी मदद करती है।