बाल कविता : पहले सीखो रुपए कमाना
प्रभुदयाल श्रीवास्तव | शुक्रवार,नवंबर 15,2024
मम्मी मेरा ब्याह कराना, छोटी सी एक दुल्हन लाना। घर के सारे नियम कायदे, उसको जल्दी ही समझाना। मेरे नोट्स बनाना होंगे, ...
मजेदार बाल गीत : सपने सच कर डालो
प्रभुदयाल श्रीवास्तव | बुधवार,नवंबर 13,2024
सूरज निकल पड़ा पूरब से, पड़े-पड़े तुम अब तक सोए। तुम्हें नहीं क्या उठना बेटे, किन सपनों में अब तक खोए। दादाजी तो कब से ...
बाल गीत : श्रम के अखाड़े
प्रभुदयाल श्रीवास्तव | सोमवार,नवंबर 4,2024
गर्मी हो या जाड़े जी, हमने पढ़े पहाड़े जी। सुबह-सुबह रट्टा मारा, गिनती सौ तक पढ़ डाली। फिर सीखी उलटी गिनती, सौ से ज़ीरो तक ...
मनोरंजक बाल कविता : खुशबू की पिचकारी
प्रभुदयाल श्रीवास्तव | शनिवार,सितम्बर 21,2024
भोर हुई तो नीड़ छोड़कर, पंछी दौड़े लाने चून। धूप खिली तो हौले-हौले,
बागियों में खिल गए प्रसून। तेज हवा में डोली डाली, ...
मौलिक बाल कहानी : 'मैं डाकू नहीं बनूंगी'
प्रभुदयाल श्रीवास्तव | बुधवार,सितम्बर 18,2024
'कशिश तुम बड़ी होकर क्या बनोगी ?' 'क्या बनूंगी-क्या बनूंगी ऊं-ऊं-ऊं,.......सोच कर बताती हूं अभी ...हां-हां मैं टमाटर ...
हिंदी दिवस पर नई कविता : हिंदी भाषा जन गण मन है
प्रभुदयाल श्रीवास्तव | शनिवार,सितम्बर 14,2024
हिंदी तन है हिंदी मन है, हिंदी ही जीवन का धन है। हिंदी भारत के कण-कण में, हिंदी ही सम्पूर्ण वतन है। नहीं तेलगू पंजाबी ...
'हिंदी दिवस' पर पढ़ें हिंदी में बेहतरीन कविता
प्रभुदयाल श्रीवास्तव | मंगलवार,सितम्बर 10,2024
Best Poem on Hindi Day : लेख लिखा मैंने हिंदी में, लिखी कहानी हिंदी में लंदन से वापस आकर फिर, बोली नानी हिंदी में। गरमी ...
बाल कविता: घोड़ा है भाई
प्रभुदयाल श्रीवास्तव | शुक्रवार,अगस्त 30,2024
घोड़ा है भाई घोड़ा है कितना प्यार घोड़ा है मुंबई से दिल्ली तक का उसने रास्ता जोड़ा है। टिक-टिक-टिक-टिक चलता है जोर जोर से ...
शिक्षक दिवस पर कविता : सरस्वती माता का सम्मान
प्रभुदयाल श्रीवास्तव | शुक्रवार,अगस्त 30,2024
दादा-दादी की आंखों का, मैं ठंडक का चश्मा हूं। नाना-नानी के सपनों का,
जीता हुआ मुकदमा हूं। मैं पापा के जिगर का टुकड़ा, ...
देशभक्ति पर बेहतरीन हिन्दी कविता : करुणा दया प्रेम का भारत
प्रभुदयाल श्रीवास्तव | मंगलवार,अगस्त 13,2024
Poem on Mother India : भारत मां का शीश हिमालय, चरण हैं हिन्द महासागर, मातुश्री के हृदय देश में बहती गंगा हर-हर-हर। ...