मेरे लिए एक चमत्कार की तरह 'स्टार्टअप इंडिया' में प्रधानमंत्री के साथ संवाद
डॉ. प्रवीण तिवारी | शुक्रवार,जून 8,2018
लेखक-पत्रकार की भूमिका के साथ-साथ अब एक स्टार्टअप का डायरेक्टर भी हूं। हालांकि ये प्रयास 100 फीसदी डॉ. शैलेष खर्कवाल का ...
देश में आदर्श शहरों की जरूरत, ये किया, तो बुरहानपुर भी बन सकता है सिंगापुर
डॉ. प्रवीण तिवारी | शुक्रवार,मार्च 23,2018
देश में आदर्श शहरों की जरूरत, ये किया तो बुरहानपुर भी बन सकता है सिंगापुर जिसके पास जो कुछ होता वो उसकी कद्र नहीं करता। ...
कवि ही नहीं, बेहतरीन इंजीनियर भी थे रहीम
डॉ. प्रवीण तिवारी | सोमवार,जून 12,2017
रहीम सिर्फ कवि ही नहीं एक बेहतरीन इंजीनियर भी थे, बुरहानपुर के कुंडी भंडारा के जरिए वो किया जिसे देखकर आधुनिक विज्ञान ...
उपासना के लिए किसी को जेल भेजा जा सकता है?
डॉ. प्रवीण तिवारी | शनिवार,जून 3,2017
आजन्म मां भगवती की उपासना करने वाले एक संत के बेटे ने जब पिता द्वारा स्थापित मंदिर के जबरदस्ती बंद किए गए पट को खुलवाने ...
पुस्तक समीक्षा : भारत का असली इतिहास
डॉ. प्रवीण तिवारी | शनिवार,जून 3,2017
"भारत का असली इतिहास"... यह शीर्षक है, हाल ही में श्री पब्लिशर्स द्वारा प्रकाशित की गई एक पुस्तक का। इस पुस्तक का ...
पर्यावरण संत अनिल माधव दवे कर रहे थे एक बड़ी योजना पर काम, ये थी उनकी अंतिम इच्छा
डॉ. प्रवीण तिवारी | गुरुवार,मई 18,2017
शांत चित्त चेहरा, हमेशा बनी रहने वाली मुस्कान और गंभीरता से सभी की बात को सुनने की कला ये वो बातें हैं जो मेरे जेहन में ...
हमारा इतिहास आज भी गुलाम है!
डॉ. प्रवीण तिवारी | बुधवार,फ़रवरी 8,2017
2 फरवरी 1835 को ब्रिटेन की संसद में 'थॉमस बैबिंगटन मैकाले' के भारत के प्रति विचार और योजना 'मैं भारत में काफी घूमा हूं। ...
इतिहास के साथ खिलवाड़, एक सोची समझी साजिश!
डॉ. प्रवीण तिवारी | बुधवार,फ़रवरी 1,2017
कला ने हर विषय को समृद्ध किया है और ऐसे में कला के समाज को आगे बढ़ाने और उसे समृद्ध और सुंदर बनाने में दिए गए योगदान को ...
मूर्ख हैं वो इतिहासकार, जो पद्मावती को काल्पनिक किरदार कहते हैं
डॉ. प्रवीण तिवारी | सोमवार,जनवरी 30,2017
हमारे आज के इतिहासकार जो कर रहे हैं, वही पुराने इतिहासकारों ने भी किया। इरफान हबीब और नजफ हैदर जैसे इतिहासकारों ने ...
फर्जी है तख्तापलट, मुलायम अब भी अपने बबुआ के लिए मुलायम
डॉ. प्रवीण तिवारी | सोमवार,जनवरी 2,2017
किसी पार्टी को चुनाव से पहले क्या चाहिए? उसका कार्यकर्ता एक्टिवेट हो जाए और सड़कों पर मिठाई बांटने या रोने का उसे मौका ...