शनिवार, 21 दिसंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. धर्म-संसार
  2. ज्योतिष
  3. राशियाँ
  4. Budh grah ka mesh rashi mein pravesh 2022
Written By
Last Updated : गुरुवार, 7 अप्रैल 2022 (13:30 IST)

8 अप्रैल को बुध ग्रह का मेष राशि में गोचर 4 रशियों के लिए बेहद ज्यादा फायदेमंद

8 अप्रैल को बुध ग्रह का मेष राशि में गोचर 4 रशियों के लिए बेहद ज्यादा फायदेमंद - Budh grah ka mesh rashi mein pravesh 2022
Budh gochar 202
Budh grah ka rashi parivartan 2022 : 7 अप्रैल 2022 को मंगल ग्रह ने कुंभ राशि में प्रवेश किया है। 8 अप्रैल को बुध का मीन राशि से मेष राशि में गोचर हो रहा है, जहां वह 25 अप्रैल 2022 तक रहेगा। बुध ग्रह को नौकरी, व्यापार, वाणी और बुद्धि का प्रदाता कहा गया है। बुध के इस राशि परिवर्तन से 4 राशि वाले जातकों की किस्मत बदल जाएगी।
 
 
बुध ग्रह का मेष राशि में गोचर 4 रशियों के लिए फायदेमंद : ( Budha Grah in Mesh Rashi):
 
1. मेष राशि : आपकी राशि के प्रथम भाव में बुध का गोचर होगा। ऐसे में आपमें साहस, बुद्धि और आत्मविश्‍वास बढ़ जाएगा। यह समय आपके लिए निवेश करने और आमदनी के स्रोत बढ़ाने के लिए सही है। आर्थिक पक्ष मजबूत रहेगा। सेहत का ध्‍यान रखना होगा। 
 
2. वृषभ राशि : आपकी राशि के बारहवें भाव में बुध का गोचर होगा। इस दौरान आपका मान सम्मान बढ़ेगा। विदेश संबंधी कोई व्यापार कर रहे हैं तो उसमें लाभ होगा। विदेश में उच्च शिक्षा में भी सफलता मिलेगी। कुल मिलाकर इस गोचर का सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेगा।
 
3. मिथुन राशि : आपकी राशि के ग्यारहवें भाव में बुध का गोचर होगा। आपकी राशि का स्वामी बुध है। आपके लिए यह गोचर शुभ है। नौकरी में प्रगति और व्यापार में उन्नति होगी। जमीन-जायदाद से जुड़े मामलों का निपटारा होगा। चल या अचल संपत्ति बनाने में कामयाब होंगे। धन अर्जित करने में सक्षम होंगे 
 
4. सिंह राशि : बुध आपकी राशि के नौवें भाव में गोचर करेंगे। इस गोचर से आपको भाग्य का साथ मिलेगा। आर्थिक पक्ष मजबूत होता। नौकरी और व्यापार में आ रही रुकावटें दूर होगी। नाम, पहचान और प्रसिद्धि प्राप्त करने में सफल होंगे। 
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इनसे संबंधित किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
ये भी पढ़ें
नवरात्रि का सातवां दिन देवी मां कालरात्रि के नाम, पढ़ें पौराणिक कथा