मंगलवार, 26 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. धर्म-संसार
  2. ज्योतिष
  3. आलेख
  4. Sarvarth siddhi yog
Written By

सर्वार्थ सिद्धि योग क्या है : जानिए अगस्त से दिसंबर 2020 तक के सर्वार्थ सिद्धि योग

सर्वार्थ सिद्धि योग क्या है : जानिए अगस्त से दिसंबर 2020 तक के सर्वार्थ सिद्धि योग - Sarvarth siddhi yog
जानिए क्या होता है सर्वार्थसिद्धि योग- ज्योतिष शास्त्र में सर्वार्थ सिद्धि योग बेहद शुभ योग माना जाता है। यह नक्षत्र, तिथि और वार के परस्पर संयोग से बनता है। यह शुभ योग मनचाहा वरदान और तरक्की दिलाता है। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, सर्वार्थ सिद्धि योग में किया गया कोई भी कार्य फलकारी और पूर्ण रूप से सफल होता है।
 
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस शुभ योग में किसी भी तरह का कॉन्ट्रैक्ट करना शुभ होता है। इसके साथ ही भूमि खरीदना, गहने खरीदना, खरीद-बिक्री, नौकरी संबंधी परीक्षा में भी लाभकारी होता है।
 
आइए जानें शुभ सर्वार्थ सिद्धि योग अगस्त-दिसंबर 2020 तक-
 
18 अगस्त 2020 — मंगलवार - सुबह 5:43 से रात 28:08 तक
26 अगस्त 2020 — बुधवार - सुबह 5:40 से रात 13:04 तक
30 अगस्त 2020 — रविवार सुबह 5:42 से रात 13:52 तक
31 अगस्त 2020 — सोमवार सुबह 5:42 से रात 15:04 तक
04 सितंबर 2020 — शुक्रवार सुबह 23 :28 से रात 29:44 तक
06 सितंबर 2020 — रविवार सुबह 5:44 से रात 29:24 तक
08 सितंबर 2020 — मंगलवार सुबह 8:26 से रात 29:45 तक
09 सितंबर 2020 — बुधवार सुबह 5:45 से रात 29:46 तक
13 सितंबर 2020 — रविवार सुबह 16:34 से रात 29:47 तक
14 सितंबर 2020 — सोमवार सुबह 5:47 से रात 15:29 तक
15 सितंबर 2020 — मंगलवार सुबह 5:48 से रात 14:25 तक
19 सितंबर 2020 — शनिवार सुबह 25:21 से रात 29:49 तक
21 सितंबर 2020 — सोमवार सुबह 20:49 से रात 29:50 तक
26 सितंबर 2020 — शनिवार सुबह 19 :26 से रात 29:52 तक
02 अक्टूबर 2020 — शुक्रवार सुबह 5:59 से रात 29:54 तक
04 अक्टूबर 2020 — रविवार सुबह 5:55 से रात 11:52 तक
06 अक्टूबर 2020 — मंगलवार सुबह 5:56 से रात 17:54 तक
07 अक्टूबर 2020 — बुधवार सुबह 5:56 से रात 29:57 तक
09 अक्टूबर 2020 — शुक्रवार सुबह 24:27 से रात 29:58 तक
11 अक्टूबर 2020 — रविवार सुबह 5:58 से रात 25 :11 तक
17 अक्टूबर 2020 — शनिवार सुबह 11:52 से रात 30:02 तक
19 अक्टूबर 2020 — सोमवार सुबह 6:08 से रात 27:53 तक
23 अक्टूबर 2020 — शुक्रवार सुबह 25:28 से रात 30:05 तक
24 अक्टूबर 2020 — शनिवार सुबह 6:05 से रात 26:38 तक
29 अक्टूबर 2020 — गुरुवार सुबह 12:00 से रात 30:08 तक
30 अक्टूबर 2020 — शुक्रवार सुबह 6:08 से रात 30:09 तक
02 नवंबर 2020 — सोमवार सुबह 23:50 से रात 30:11 तक
04 नवंबर 2020 — बुधवार सुबह 6:12 से रात 28:52 तक
06 नवंबर 2020 — शुक्रवार सुबह 6:45 से रात 30:14 तक
08 नवंबर 2020 — रविवार सुबह 6:15 से रात 8:45 तक
14 नवंबर 2020 — शनिवार सुबह 6:19 से रात 20:09 तक
16 नवंबर 2020 — सोमवार सुबह 6:20 से रात 14:37 तक
20 नवंबर 2020 — शुक्रवार सुबह 9:22 से रात 30:23 तक
21 नवंबर 2020 — शनिवार सुबह 6:23 से रात 9:53 तक
24 नवंबर 2020 — मंगलवार सुबह 14:32 से रात 30:26 तक
26 नवंबर 2020 — गुरुवार सुबह 6:27 से रात 30:28 तक
27 नवंबर 2020 — शुक्रवार सुबह 6:29 से रात 24:23 तक
30 नवंबर 2020 — सोमवार सुबह 6:30 से रात 30:30 तक
02 दिसंबर 2020 — बुधवार सुबह 6:31 से रात 10:38 तक
03 दिसंबर 2020 — गुरुवार सुबह 12:21 से रात 30:33 तक
04 दिसंबर 2020 — शुक्रवार सुबह 6:33 से रात 13:39 तक
09 दिसंबर 2020 — बुधवार सुबह 12:33 से रात 30:36 तक
18 दिसंबर 2020 — शुक्रवार सुबह 6:42 से रात 19:04 तक
22 दिसंबर 2020 — मंगलवार सुबह 6:44 से रात 25:37 तक
24 दिसंबर 2020 — गुरूवार सुबह 6:44 से रात 30:44 तक
28 दिसंबर 2020 — सोमवार सुबह 6:46 से रात 30:47 तक
31 दिसंबर 2020 — गुरूवार सुबह 6:47 से रात 30:47 तक
ये भी पढ़ें
Ganeshotsav 2020 : श्री गणेश ने कौन से राक्षसों का वध किया था