- प्रेम कुमार शर्मा
फ्रेंडशिप डे अंग्रेजी भाषा का शब्द है। जिसका अर्थ हिन्दी में मित्रता दिवस से है। वाकई मित्रता प्रत्येक व्यक्ति के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। बिना मित्र के जीवन में सुखों की कल्पना नहीं की जा सकती है। भारत सहित विश्व के अनेक देशों मे मित्र व मित्रता का भाव व्याप्त है, यह मित्रता का भाव प्रत्येक उम्र में देखा जा सकता है बाल, युवा और वृद्धावस्था हर उम्र में मित्रता होती है।
1935 में यूनाइटेड स्टेट्स कांग्रेस ने अगस्त माह के पहले रविवार को नेशनल फ्रेंडशिप डे मनाने की घोषणा की। तब से भारत सहित विश्व के अनेक देशों में अगस्त माह के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे मनाने की प्रथा है। जिसे प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी अगस्त माह के पहले रविवार को मनाया जाएगा।
अंकशास्त्र मानव जीवन के अनेक पहलुओं को उद्घाटित करता है। इसमें मित्र व मित्रता का बड़ा ही सरल वर्णन किया गया है। किसी व्यक्ति की कुंडली में ग्रह-नक्षत्रों का मैत्री व शत्रु भाव तीव्र प्रभाव डालते हैं। जिससे व्यक्ति अपने इच्छित मित्र के साथ खूबसूरत संबंध स्थापित करता है।
अंक शास्त्र (न्यूमरोलॉजी) भी हमें मित्र व विरोधी अंक वाले व्यक्ति के बारे पूर्व जानकारी देता है। प्रत्येक अंक ब्रह्मांड में स्थित ग्रह-नक्षत्रों की शक्ति से प्रभावित होता रहता है। जिससे हमारे मन के भावों में उतार-चढ़ाव की स्थिति उत्पन्न होती रहती है।
न्यूमरोलॉजी द्वारा आप अपने सहयोगी अंक के मित्र को बखूबी समझ सकते हैं-
* यदि आपका मूलांक 1 है तो आपके लिए 1, 2, 4, 7 व 9 अंक के व्यक्ति मित्र रहेंगे।
* यदि आप 2 मूलांक के हैं तो आप 1, 2, 7 व 9 अंक के व्यक्तियों के साथ अटूट दोस्ती का लाभ उठा सकते हैं।
* अगर 3 मूलांक है तो 1, 3, 6, 9 अंक के लोगों के साथ मधुरता कायम कर सकते हैं।
* यदि आपका 4 मूलांक हैं तो 4, 5, 6 अंक के व्यक्ति अच्छे मित्र व सहयोगी होंगे।
* अगर 5 अंक आपका मूलांक है तो 1, 5, 6 व 8 अंक के लोग प्रत्येक स्तर पर मित्रता रखेंगे।
* 6 अंक वाले के लिए 3, 6, व 9 अंक सहयोगी मित्र के रूप में होंगे।
* इसी प्रकार 7 मूलांक के लिए 1, 2, 7, 9 अंक के व्यक्ति अच्छे मित्र की भूमिका निभाएँगे।
* यदि आप 8 मूलांक के है तो 5, 6 अंक के मित्र आपके लिए फायदेमंद रहेंगे।
* यदि आप 9 मूलांक के हैं तो 1, 3, 6 और 9 मूलांक के व्यक्ति आपके सहयोगी मित्र बनकर लाभ पहुंचाएंगे।
इस प्रकार अंकशास्त्र के इस मित्र भाव के सिद्धांत को समझकर आप अपने मूलांक के अनुसार किसी व्यक्ति से मित्रता करने का अनूठा लाभ उठा सकते हैं।