नेट प्रैक्टिस मेंं सिराज ने ऐसे की थी घंटों प्रैक्टिस, वैसा ही मिला फल (Video)
Asia Cup Final एशिया कप फाइनल में 21 रन पर छह विकेट चटकाने के बाद भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज Mohammad Siraj ने कहा है कि नेट अभ्यास के दौरान हवा में गेंद को अंदर लाने और फिर पिच पर गिरने के बाद बाहर जाने की कला का उन्होंने घंटों अभ्यास किया जिसका उन्होंने फायदा मिला।
सिराज ने अपने पारी के दूसरे ओवर में पाथुम निसांका, सदीरा समरविक्रम, चरिथ असलंका और धनंजय डिसिल्वा को आउट किया और फिर अंदर आकर बाहर की ओर मूव होती शानदार गेंद पर श्रीलंका के कप्तान दासुन शनाका को बोल्ड किया।
सिराज ने भारतीय टीम के अपने साथी कुलदीप यादव के साथ बात करते हुए BCCI.TV से कहा, मैंने वेस्टइंडीज में क्रीज के बाहर की ओर से आउटस्विंग (विकेट से बाहर की तरफ मूव होती गेंद) गेंदबाजी करने का काफी अभ्यास किया। मेरी आउटस्विंग काफी अच्छी हो रही है। इसलिए मैंने क्रीज के बाहरी हिस्से से अंदर की ओर गेंद स्विंग कराने का प्रयास किया (जो पिच पर पड़ने के बाहर की ओर जाती)।
उन्होंने कहा,मैंने जैसी योजना बनाई थी, जो मेरे दिमाग में था, बिलकुल वैसा ही हुआ और यह मेरा मैच का सर्वश्रेष्ठ विकेट था। एकदिवसीय विश्व कप की शुरुआत में अब एक महीने से भी कम का समय बचा है और सिराज ने कहहा कि एशिया कप फाइनल में की गेंदबाजी से उन्हें इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता से पहले काफी आत्मविश्वास मिलेगा।
सिराज की तूफानी गेंदबाजी के सामने श्रीलंका की टीम 15.2 ओवर में 50 रन पर ढेर हो गई। हार्दिक पंड्या ने तीन रन देकर तीन जबकि जसप्रीत बुमराह ने 23 रन देकर एक विकेट चटकाया।
भारत ने इसके जवाब में 6.1 ओवर में ही लक्ष्य हासिल करके 10 विकेट से जीत दर्ज की।सिराज ने कहा, यह मेरे लिए शानदार उपलब्धि है विशेषकर इसलिए क्योंकि यह फाइनल था। इससे मुझे एकदिवसीय विश्व कप से पहले काफी आत्मविश्वास मिलेगा।
उन्होंने कहा, ईमानदारी से कहूं तो यह जादुई स्पैल था जिसके बारे में मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था। श्रीलंका के खिलाफ त्रिवेंद्रम में पिछले एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय में पांचवां विकेट हासिल करने के लिए मुझे काफी जूझना पड़ा था, यह विकेट कभी नहीं मिला। लेकिन आज (रविवार को) सारी चीजें पक्ष में रहीं।सिराज को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए मैच का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया तो बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बने।
कुलदीप भारत के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने चार पारियों में 11.44 के औसत और 3.61 की इकोनॉमी रेट से नौ विकेट चटकाए। पाकिस्तान के खिलाफ 25 रन पर पांच विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा।
कुलदीप ने कहा, मैं काफी नहीं सोचता, मैं सिर्फ विकेट को पढ़ता हूं। मेरे लिए बेहद महत्वपूर्ण है कि मैं सही लेंथ पर गेंदबाजी करूं और अच्छी लेंथ पर गेंदबाजी करता रहूं।उन्होंने कहा, मैं बल्लेबाज को भी पढ़ता हूं कि वह कौन सा शॉट खेलने का प्रयास कर रहा है। मैं अपनी गुगली और फ्लिपर गेंद का अच्छा इस्तेमाल कर रहा हूं और इससे मुझे काफी आत्मविश्वास मिल रहा है।
(भाषा)