भाजपा के प्रमुख नेताओं में गिने जाने वाले मुरली मनोहर जोशी 75 वर्ष के हैं और इस बार भाजपा के टिकट पर वाराणसी से चुनाव मैदान में हैं। उतराखंड के कुमायूँ हिल्स के निवासी जोशी जनवरी 1934 को दिल्ली में जन्मे थे और राजग सरकार के दौरान मानव संसाधन विकास मंत्री रहे हैं।
वे प्रारंभिक दिनों में एक अध्यापक थे और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघकार्यवाह रहे राजेन्द्रसिंह (रज्जू भैया) के शिष्य भी रह चुके हैं। उस समय रज्जू भैया इलाहाबाद विश्वविद्यालय में भौतिकी के प्रोफेसर थे। वे पहले ऐसे वैज्ञानिक थे, जिन्होंने विज्ञान का अपना शोधपत्र हिंदी में जमा किया था और इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पढ़ाया भी।
किशोर वय से ही वे संघ के संपर्क में आए और आपातकाल के दौरान जेल में भी रहे। जब अटलजी के नेतृत्व में सरकार बनी तो वे उसमें गृहमंत्री भी रहे, हालाँकि यह सरकार मात्र तेरह दिन ही चल सकी थी। इस बार वाराणसी में उनका मुकाबला बसपा के बदनाम प्रत्याशी मुख्तार अंसारी से है।