टाइम ट्रेवलर का दावा, भविष्य से आया है, पास किया लाई डिटेक्टर टेस्ट
सोशल मीडिया पर एक शख्स के वीडियो ने खलबली मची रखी है। यह वीडियो यूट्यूब पर पैरानॉर्मल वीडियो डालने वाले चैनल एपेक्स टीवी ने जारी किया था। इस वीडियो में शख्स ने दावा किया है कि वह वर्ष 6491 में रहता है, लेकिन टाइम ट्रैवल के दौरान वह 2018 में आकर फंस गया है। आश्चर्य की बात यह है कि उसने लाई डिटेक्टर टेस्ट यानी झूठ पकड़ने वाले एक परीक्षण को भी पास कर लिया है।
आइए जानते हैं ‘टाइम ट्रैवलर’ के दावे..
इस वायरल वीडियो वाले शख्स का नाम जेम्स ऑलिवर है, जिसका दावा है कि वह वर्ष 6491 में दूसरे ग्रह में रहता है, जो सूरज से बहुत ज्यादा दूर है। इतनी दूर जितनी पृथ्वी भी नहीं है। इसी वजह से उसके यहां के साल और हमारे यहां के साल में बहुत अंतर है।
ऑलिवर ने बताया कि वह एक मिशन पर था और उसे साल 2030 में जाना था, लेकिन वह गलती से 2018 में आ गया। फिर सुपर ब्लू ब्लड मून की घटना ने उसके शिप पर ट्रांस्मिशन को बाधित किया, जिसके बाद वह यहां फंस गया और अब वह वापस अपने परिवार और दोस्तों के पास नहीं जा पा रहा है।
एलियंस के वजूद के सवाल पर ऑलिवर ने कहा कि कुछ एलियंस इंसानों से कम बुद्धिमान हैं, तो कुछ बहुत ज्यादा। उसने आगे बताया कि एलियंस और इंसानों की लड़ाई होकर रहेगी। ऑलिवर ने कहा कि ग्लोबल वॉर्मिंग धरती के लिए सबसे बड़ी समस्या होगी। धरती का तापमान तेजी से बढ़ेगा और इसके बेहद विनाशकारी परिणाम होंगे।
सोशल मीडिया पर ऑलिवर का यह वीडियो वायरल होने के बाद कुछ लोग उन्हें सच में टाइम ट्रैवलर मानने लगे हैं, तो कुछ ने इस वीडियो को झूठ बताते हुए इस लाई डिटेक्टर टेस्ट पर सवाल खड़े किए।
वैसे, ऑलिवर पहले शख्स नहीं हैं, जिन्होंने टाइम ट्रैवलर होने का दावा किया है। इससे पहले एलेक्जेंडर स्मिथ ने दावा किया था कि एक मिशन के तहत उन्हें 2018 में भेजा गया है और उन्होंने बताया कि भविष्य में उड़ती कारें होंगी और इनसान रोबोट को डेट करेंगे। एलेक्जेंडर के अलावा नोआ ने भी दावा किया था कि वह वर्ष 2030 से लौटे हैं। एपेक्स टीवी ने ऑलिवर की ही तरह नोआ का भी लाई डिटेक्टर टेस्ट किया था, जिसमें नोआ भी पास हो गया था।