Vastu of the study room: वास्तु अनुसार होना चाहिए अध्ययन कक्ष और वहां रखी स्टडी टेबल। इससे जहां पढ़ने में मन लगेगा वहीं जिस में क्षेत्र में करियर बना रहे हैं उस क्षेत्र में सफलता मिलेगी। आओ जानते हैं कि स्टडी टेबल की दिशा कौनसी होना चाहिए और क्या हो सकते हैं अन्य वास्तु टिप्स।
1. अध्ययन कक्ष की दिशा : पूर्व, ईशा, उत्तर, वायव्य, पश्चिम और नैऋत्य में अध्ययन कक्ष बनाया जा सकता है। इसमें खासकर पूर्व, उत्तर और वायव्य उत्तम है। अध्ययन कक्ष का ईशान कोण खाली हो।
2. कहां रखें स्टडी टेबल : अध्ययन कक्ष में दक्षिण तथा पश्चिम की दीवार से सटाकर स्टडी टेबल की कुर्सी रखें ताकी आपका पूर्व तथा उत्तर की ओर मुख हो। घर के उत्तर की ओर मुंह हो तो ज्यादा बेहतर है।
3. पीठ के पीछे : अपनी पीठ के पीछे द्वार अथवा खिड़की न हो।
4. तस्वीर लगाने की दिशा : तस्वीरें अध्ययन कक्ष भी उत्तर की दीवार पर लगी होना चाहिए।
5. कौनसी तस्वीर लगाएं : अध्ययन कक्ष में मां सरस्वती का चित्र लगाएं या फिर वेदव्यास जैसे किसी महापुरुषों की तस्वीर लगाई जा सकती है। इससे घर के सभी सदस्यों की एकाग्रता बढ़ेगी।
6. तोते का चित्र : अध्ययन कक्ष में किसी हरे तोते का चित्र जरूर लगाएं जिससे बच्चे का पढ़ने में तुरंत ही मन लगने लगेगा।
7. अन्य चित्र : तोता, हंस, मोर, वीणा, कलम, पुस्तक, जंपिंग फिश, डॉल्फिन, मछलियों के जोड़े, हरियाली या चहकते हुए पक्षियों का चित्र लगाएं। ध्यान रखें, उपरोक्त बताए गए चित्रों में से किसी एक का ही चित्र लगाएं।
8. दीवारों का रंग : अध्ययन कक्ष की दीवारों का रंग सफेद, पिंकिश या क्रिम ही रखें। गहरे रंगों से बचें।
9. साफ सुधरा रखें कमरा : स्टडी रूम को साफ सुधरा और सुंदर बनाकर रखें। चारों कोने साफ हों, खासकर ईशान, उत्तर और वायव कोण को हमेशा खाली और साफ रखें।
10. इस दिशा को खाली न रखें : दक्षिण और पश्चिम दिशा खाली या हल्का रखना करियर में स्थिरता के लिए शुभ नहीं है। इसलिए इस दिशा को खाली न रखें।