कैसा है आपके घर का मुख्य द्वार, यह 5 बातें बहुत काम की हैं
जिन घरों में अक्सर किसी न किसी बात को लेकर परिवार के सदस्यों के बीच लड़ाई-झगड़े होते हों या फिर परिवार के सदस्य किसी गंभीर बीमारी से परेशान रहते हो उस घर में वास्तु दोष हो सकता है। घर के कई हिस्सों में वास्तु दोष हो सकता है जिनमें मुख्य दरवाजा भी है। आइए जानते हैं मुख्य दरवाजे से जुड़े हुए कुछ वास्तु दोष...
जीवन में रंगों का विशेष महत्व होता है। वास्तुशास्त्र के अनुसार घर का मुख्य दरवाजा कभी भी काले रंग में नहीं होना चाहिए। काले रंग के दरवाजे से लगातार धन हानि होती है।
घर का मुख्य दरवाजा घर के दूसरे दरवाजों से बड़ा होना चाहिए। घर का मुख्य दरवाजा छोटा होने से आर्थिक परेशानियां आती है।
घर के मुख्य दरवाजे पर हमेशा स्वास्तिक का चिन्ह होना चाहिए इससे घर के अंदर नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश नहीं होता।
घर के मुख्य दरवाजे से कभी भी किसी तरह की आवाज नहीं आनी चाहिए। समय-समय पर उसकी उचित देखभाल और रखरखाव का ध्यान रखना चाहिए।
घर के मुख्य द्वार पर गणपति कभी न बनवाएं, गणेश जी के पीठ के पीछे दरिद्रता रहती है। अगर घर के मुख्य द्वार पर गणेश जी होंगे तो उस घर में रहने वालों की तरफ उनकी पीठ होगी जो नकारात्मकता और दरिद्रता दे सकती है। समाधान यह है कि दो तरफा गणेश जी द्वार पर लगाए जा सकते हैं।