टोक्यो में मनिका ने दिखाए नखरे, तोड़ा यह नियम, अगले महीने होगी कार्रवाई
नई दिल्ली: टोक्यो ओलंपिक के दौरान राष्ट्रीय कोच सौम्यदीप रॉय से मदद लेने के मनिका बत्रा के इनकार को भारतीय टेबल टेनिस महासंघ ने अनुशासनहीनता करार देते हुए कहा कि अगले महीने कार्यकारी बोर्ड की बैठक के दौरान उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।राष्ट्रमंडल खेल 2006 की टीम स्पर्धा के स्वर्ण पदक विजेता और अर्जुन पुरस्कार प्राप्त रॉय टोक्यो में चार सदस्यीय टीम के साथ अकेले कोच है । मनिका अपने निजी कोच सन्मय परांजपे को लेकर गई है लेकिन उन्हें प्रतियोगिता स्थल पर प्रवेश की अनुमति नहीं है ।
टीटीएफआई महासचिव अरूण कुमार बनर्जी ने टोक्यो से पीटीआई से कहा , यह अनुशासनहीनता है ।उसे अपने मैचों के दौरान राष्ट्रीय कोच को कोर्ट के पास बैठने की अनुमति देना चाहिये थी जैसा बाकी खिलाड़ियों ने किया । रॉय भारत के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से है और अब जाने माने कोच हैं ।
उन्होंने कहा , कार्यकारी बोर्ड की आनलाइन बैठक जल्दी ही होगी । हम उसके खिलाफ कार्रवाई पर फैसला लेंगे ।टीटीआईएफ क्या फैसला लेता है, वह तो देखना होगा लेकिन यह तय है कि राष्ट्रीय शिविरों में सभी भारतीय खिलाड़ियों की मौजूदगी अनिवार्य होगी। मनिका ने सिर्फ तीन दिन सोनीपत में शिविर में भाग लिया जबकि शिविर तीन सप्ताह तक चला।
जी साथियान भी निजी कोच के साथ अभ्यास करते हैं लेकिन दूसरे दौर के उनके मुकाबले के समय रॉय उनके साथ थे।
बमुश्किल शरत के साथ अभ्यास करने को राजी हुई थी मनिका
एक महीने पहले स्टार टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा सोनीपत में राष्ट्रीय शिविर से जुड़ने और मिश्रित युगल के अपने जोड़ीदार शरत कमल के साथ अभ्यास करने के लिये बमुश्किल तैयार हुई थी। उन्होंने पुणे और में अपने प्रशिक्षकों के साथ अभ्यास करने को प्राथमिकता दी थी।
लेकिन शरत के साथ उनको अभ्यास मैच खेलना था इसलिए अंत में काफी मान मुन्नवल के बाद उन्होंने हामी भरी। जाहिर तौर पर मनिका बत्रा ने ओलंपिक के एक महीने पहले भी नखरे दिखाए थे।
भारतीय जोड़ी को तीसरी वरीयता प्राप्त चीनी ताइपै के लिन युन जू और चेंग आई चिंग ने 11.8, 11.6, 11.5, 11. 4से हराया। पहले दो गेम में 5.1 और 5.3 से बढ़त बनाने के बाद भारतीय जोड़ी लय कायम नहीं रख सकी और पहले दौर में ही शरत और मनिका की जोड़ी बाहर हो गई।
तीसरे राउंड तक गई मनिका
हालांकि एकल मुकाबलों में मनिका का प्रदर्शन बेहतर रहा और वह तीसरे राउंड तक गई। शरत भी तीसरे राउंड में जाने के बाद हार कर ओलंपिक से बाहर हुए।
हालांकि अपने से अधिक रैंकिंग की खिलाड़ियों को दो राउंड में हराने वाली मनिका के पास विश्व में 16वें नंबर की पोलकानोवा के नियंत्रित और दमदार खेल का कोई जवाब नहीं था। उन्होंने 0-4 (8-11, 2-11, 5-11, 7-11) से यह मैच गंवाया।