गुरुवार, 19 दिसंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. अफगानिस्तान में तालिबान
  4. Thousands of Afghan citizens are leaving the country after Taliban capture
Written By
Last Updated : गुरुवार, 19 अगस्त 2021 (20:35 IST)

तालिबान के कब्जे के बाद हजारों अफगान नागरिक देश छोड़ रहे, पाकिस्तानी मानव तस्करों की चांदी

तालिबान के कब्जे के बाद हजारों अफगान नागरिक देश छोड़ रहे, पाकिस्तानी मानव तस्करों की चांदी - Thousands of Afghan citizens are leaving the country after Taliban capture
कराची। अफगानिस्तान पर तालिबान के नियंत्रण के बाद बड़ी संख्या में अफगान नागरिक देश से बाहर जाने के लिए प्रयासरत हैं। ऐसे में अफगानिस्तान की सीमा से लगे क्षेत्रों में सक्रिय पाकिस्तानी मानव तस्करों के कारोबार में खासी वृद्धि हुई है।

तालिबान के शासन से बचने के लिए हजारों अफगान नागरिक देश से भाग रहे हैं और बेहतर जीवन की तलाश में अमेरिका और यूरोप सहित विभिन्न देशों में शरण मांग रहे हैं।
 
अफगानिस्तान से लगती चमन-स्पिन बोल्डक सीमा के पास एक छोटे से कस्बे से ‘काम कर रहे’ हमीद गुल ने टेलीफोन पर कहा, तालिबान के काबुल में प्रवेश करने से पहले से ही कारोबार फलफूल रहा है। हमने पिछले हफ्ते से अब तक सीमा पार से करीब 1000 लोगों की तस्करी की है।
हालांकि गुल ने यह नहीं बताया कि वे अफगान लोगों को पाकिस्तान में लाने के लिए कितने पैसे लेते हैं, लेकिन गुल ने यह भी पुष्टि की कि उसके जैसे कई अन्य लोग सीमावर्ती शहरों से काम कर रहे हैं।
 
गुल ने कहा, ये लोग इस बात से डर रहे हैं कि तालिबान शासन में क्या होगा? वे किसी भी तरह से अफगानिस्तान से बाहर निकलना चाहते हैं और इसके लिए जो कुछ भी मांगा जाता है, वे लोग भुगतान करने को तैयार हैं।
मानव तस्करी में शामिल गिरोहों से वाकिफ एक सूत्र ने कहा कि ऐसे लोग ज्यादातर अशांत बलूचिस्तान प्रांत के चमन, चाघी और बदानी जैसे सीमावर्ती इलाकों में सक्रिय हैं। सूत्र ने कहा कि अधिकतर अनौपचारिक शरणार्थी पाकिस्तान में प्रवेश करने के बाद क्वेटा या अन्य पाकिस्तानी शहरों में चले जाते हैं। उनमें से कुछ लोगों के पहले से ही कराची या क्वेटा में काम करने वाले रिश्तेदार हैं, जो उनका समर्थन करते हैं।
क्वेटा से एक साहित्यिक पत्रिका चलाने वाले डॉ. शाह मुहम्मद मारी ने कहा कि तालिबान के सत्ता में आने से पहले से ही अफगान नागरिकों की तस्करी होती रही है। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि सिर्फ इस साल करीब 55,000 अफगान नागरिक बलूचिस्तान के रास्ते पाकिस्तान में आए हैं, जिनमें ज्यादातर बच्चे और महिलाएं हैं। वे लोग वहां युद्ध और टकराव से भागना चाहते हैं।(भाषा)
ये भी पढ़ें
गुजरात के जामनगर में भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर 4.2 मापी गई तीव्रता