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Last Updated : शनिवार, 1 मार्च 2025 (16:39 IST)

शेयर बाजार में निवेशकों के लिए बुरा सपना रहा फरवरी, कैसा रहेगा मार्च?

फरवरी में सेंसेक्स में 3989 अंकों की गिरावट दर्ज की गई तो निफ्टी भी 1200 से ज्यादा अंक गिर गया। निवेशकों के लाखों करोड़ रुपए बर्बाद

शेयर बाजार में निवेशकों के लिए बुरा सपना रहा फरवरी, कैसा रहेगा मार्च? - share market review february was like bad dream, how will be march
Share Market analysis february : मार्केट की बात में इस हफ्ते हम बात करेंगे गिरते भारतीय शेयर बाजार की। शेयर बाजार एक्सपर्ट्स से बात कर हमने जाना कि कौन से सेंटिमेंट्स सेंसेक्स और निफ्टी पर बुरा असर डाल रहे हैं। फरवरी में शेयर बाजार में भारी गिरावट क्यों आई? मार्च में शेयर बाजार किस दिशा में आगे बढ़ेगा और विदेशी निवेशकों की दिलचस्पी भारतीय कंपनियों के शेयरों में कब बढ़ेगी? कहा जाता है कि अंधेरे के बाद उजाला होता है, भारतीय निवेशकों की बेहतर रिटर्न की उम्मीद कब पूरी होगी।

भारतीय शेयर बाजार के लिए पिछले कुछ महीनों की तरह ही फरवरी भी बेहद खराब रहा। ट्रंप की दहशत और एफआईआई की निकासी की वजह से इस माह सेंसेक्स में 3989 अंकों की गिरावट दर्ज की गई तो निफ्टी भी 1200 से ज्यादा अंक गिर गया। इस वजह से निवेशकों के लाखों करोड़ रुपए बर्बाद हो गए। 
 
इसमें भी अगर फरवरी का आखिरी हफ्ता बुरा सपना ही साबित हुआ। इस हफ्ते बुधवार को महाशिवरात्रि पर बाजार बंद थे। इस वजह से मात्र 4 दिन भी ट्रेडिंग हुई। इनमें से 2 दिन बाजार में ज्यादा हलचल नहीं हुई लेकिन हफ्ते के पहले दिन सेंसक्स 857 अंक लुढ़का वहीं आखिरी दिन यह 1414 अंक गिरा। इसी तरह निफ्टी में भी सोमवार को 243 अंकों की गिरावट दर्ज की गई जबकि शुक्रवार को यह 420 अंक गिर गया। इन 4 दिनों में सेंसेक्स 2236 अंक (2.96 फीसदी) जबकि निफ्टी 495 अंक (2.19 फीसदी) गिरा। 
 
क्यों गिरे भारतीय बाजार : ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी, एफआईआई की बिकवाली, डॉलर के बढ़ते रुतबे की वजह से भारतीय बाजारों में फरवरी में जमकर बिकवाली हुई। कनाडा और मेक्सिको से अमेरिकी आयात पर 25 प्रतिशत शुल्क लगाने के डर से बाजार घबराया हुआ है। चीनी वस्तुओं पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क और यूरोपीय संघ से आयात पर भी शुल्क लगाए जाने की आशंका से भी बाजार की घबराहट बढ़ी है। इस वजह से पढ़े दबाव की वजह से डीआईआई और रिटेल इन्वेस्टर्स का धैर्य भी जवाब दे गया।

आईटी सेक्टर धड़ाम, बैंकिंग ने संभाला : फरवरी में आईटी सेक्टर का हाल बेहाल रहा। कई आईटी कंपनियों के शेयरों में 50 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई। रियलिटी, पॉवर, ऑटोमोबाइल समेत सभी सेक्टरों के शेयरों में गिरावट आई। बैंकिंग सेक्टर के शेयरों में गिरावट अन्य सेक्टरों की अपेक्षा कम रही। इसमें भी HDFC बैंक के शेयरों ने निवेशकों के भरोसे को बनाए रखा। 
 
क्या कहते हैं एक्सपर्ट : शेयर बाजार विशेषज्ञ मनीष उपाध्याय ने कहा कि पिछले 5 माह से बाजार में गिरावट का दौर जारी है। उन्होंने कहा कि निफ्टी में मैक्सिमम 12 फीसदी की गिरावट देखी गई है। इन 5 माह में निफ्टी 10 फीसदी गिर चुका है। ऐसे में इसमें 2 फीसदी की गिरावट और आ सकती है। इस तरह निफ्टी के 21800 से नीचे आने की संभावना नजर नहीं आ रही है।
 
उन्होंने कहा कि विदेशी निवेशक भारतीय बाजार में जमकर बिकवाली कर चुके हैं। जल्द ही वे वहां फ्रेश लिवाली करेंगे। ऐसे में 15 मार्च के बाद बाजार में अपमुवमेंट की संभावना है। यहां से बाजार जल्द ही 22,500 के स्तर पर पहुंचेगा।   
 
शेयर बाजार विशेषज्ञ योगेश बागौरा ने कहा कि बाजार में वीकनेस अभी भी बनी हुई है। कुछ ब्लू चिप स्टॉक्स हाई से 60 फीसदी तक गिर गए हैं। इनमें कुछ निवेश की संभावना बन रही है। फिलहाल 21800 पर एक मजबूत सपोर्ट नजर आ रहा है। अगर यह टूटता है तो बाजार थोड़ा और खराब होगा।

उन्होंने कहा कि 21800 का लेवल नहीं टूटने पर बाजार फिर 23200 तक आ सकता है। फिलहाल FII भारतीय बाजारों से दूर नजर आ रहे हैं। जब तक यह दौबारा नहीं लौटते, बाजार में रौनक नहीं आएगी। उन्होंने निवेशकों को खुली आंखों से बाजार में निवेश की सलाह दी। 
Edited by : Nrapendra Gupta 
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