2018 में क्या सफलताएं अर्जित करना चाहती हैं साइना नेहवाल?
नई दिल्ली। पूर्व ओलम्पिक कांस्य पदक विजेता साइना नेहवाल ने कहा कि इस समय वे मैचों से ज्यादा अपनी फिटनेस पर ध्यान दे रही हैं ताकि अगले साल होने वाले एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीत सकें। साइना को पिछले साल रियो ओलम्पिक की निराशा के बाद घुटने की सर्जरी से भी गुजरना पड़ा था। लेकिन प्रतिभाशाली इस खिलाड़ी ने कमाल की वापसी की और गत माह नवंबर में नागपुर में ओलंपिक रजत पदक विजेता पीवी सिंधू को पराजित कर राष्ट्रीय चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया था।
साइना ने यहां प्रीमियर बैडमिंटन लीग (पीबीएल) के 23 दिसंबर से शुरु होने वाले तीसरे संस्करण के उद्घाटन कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से कहा, मेरा अगला लक्ष्य एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतना है, इसके लिए मैं शत-प्रतिशत फिट रहना चाहती हूं। मेरे लिए यह लीग एक सामान्य टूर्नामेंट है और मैं इसमें अपना स्वभाविक खेल खेलूंगी। 2012 के लंदन ओलंपिक पदक विजेता साइना ने 9 साल बाद जाकर गत माह नवंबर में राष्ट्रीय चैंपियनशिप का खिताब जीता था।
उन्होंने इस वर्ष मलेशिया मास्टर्स का भी खिताब अपने नाम किया था। साइना 2010 में दिल्ली में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में उपविजेता रही थीं। पूर्व नंबर एक साइना ने कहा, मैं मैच से ज्यादा अपनी फिटनेस को प्राथमिकता दे रही हूं। कई टूर्नामेंट में ऐसा हुआ है कि मेरे फिटनेस का असर मेरे खेल पर पड़ा है। अगले वर्ष बहुत सारे मैच होने हैं और इसके लिए खुद को पूरे सत्र में फिट रखना काफी चुनौतीपूर्ण काम है। अगर आप शत-प्रतिशत फिट रहते हैं तो किसी भी टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं।
साइना ने पीबीएल लीग के तीसरे संस्करण को लेकर कहा कि टूर्नामेंट में इस बार आठ टीमें हिस्सा ले रही है इसलिए आपको मानसिक और शारीरिक रूप से भी तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा कि लीग में ओलंपिक चैंपियन स्पेन की कैरोलिना मारिन और इस साल चार सुपर सीरीज खिताब जीत चुके किदांबी श्रीकांत सहित कई विश्व स्तरीय खिलाड़ी खेल रहे हैं और इनसे कड़े मुकाबले होने की उम्मीद है।
साइना अवध वॉरियर्स टीम का हिस्सा है जिसका पहला मुकाबला 23 दिसंबर को विश्व चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता पीवी सिंधू के चेन्नई स्मैशर्स से होगा। साइना ने राष्ट्रीय चैंपियनशिप में सिंधू को हराकर ही खिताब जीता था और ऐसे में उनके पास एक मनोवैज्ञानिक बढ़त होगी। पूर्व नंबर एक साइना ने कहा, टीमों और खिलाड़ियों के बढ़ने से लीग का तीसरा संस्करण काफी रोमांचक हो गया है। इसमें सारे अच्छे और मजबूत खिलाड़ी खेल रहे हैं, इसलिए किसी भी टीम को हल्के में नहीं आंका जा सकता है।
चेन्नई में सिंधू के अलावा और कई भी कई अच्छे खिलाड़ी हैं लेकिन मुझे लगता है कि हमें अपने पिछले मुकाबलों को भूलकर नए मुकाबलों के लिए तैयार रहना होगा। यह पूछे जाने पर कि लीग में इस बार 17 जूनियर खिलाड़ी भी हिस्सा ले रहे हैं, साइना ने कहा, जूनियर खिलाड़ियों के पास अपनी प्रतिभा दिखाने का यह एक अच्छा मौका है। उन्हें दुनिया के बेहतरीन और काफी अनुभवी खिलाड़ियों के साथ खेलने का मौका मिलेगा जिससे वे काफी कुछ सीख सकते हैं और अंतरराष्ट्रीय स्तर का अनुभव प्राप्त कर सकते हैं। (वार्ता)