गूगल ने बदला डूडल, स्कूल सज रहा गुकेश की जीत के जश्न में
गूगल ने विश्व शतरंज चैंपियनशिप के अंतिम दौर के जश्न में बनाया रंगीन डूडल
गूगल ने शुक्रवार को शतरंज चैंपियनशिप के अंतिम दौर के जश्न को मानते हुए डूडल को शतरंज के विभिन्न रंगों वाले मोहरों के रूप में प्रदर्शित किया।गूगल ने फिडे विश्व शतरंज चैंपियनशिप 2024 के अवसर पर एक विशेष तरह का एनीमेशन डूडल बनाया है। इसमें पीले, लाल, नीले और सफेद रंग के शतरंज के मोहरों दिखाया गया हैं। जब यूजर्स डूडल पर क्लिक करते हैं, तो उन्हें एक विशेष गूगल डूडल पेज पर भेजा जाता है, जिसमें लिखा होता है- सेलिब्रेटिंग चेस, यानी शतरंज का जश्न मनाना।सिंगापुर के इक्वेरियस होटल रिसॉर्ट्स वर्ल्ड सेंटोसा में चली विश्व शतरंज चैंपियनशिप 25 नवंबर से 13 दिसंबर तक चली। जिसे भारत के ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने चीन के डिंग लिरेन को रोमांचक मुकबलों में पराजित कर खिताब अपने नाम किया।
वेलाम्मल विद्यालय अपने सबसे प्रसिद्ध छात्र का स्वागत करने के लिए तैयार
भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश बृहस्पतिवार को सबसे कम उम्र के विश्व शतरंज चैंपियन बने जिसके बाद उनके स्कूल वेलाम्मल विद्यालय में जश्न का माहौल था जो अपने इस स्टार का स्कूल परिसर में स्वागत करने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहा है।गुकेश ने चीन के डिंग लिरेन को 7.5-6.5 से हराकर यह गौरव हासिल किया।
वेलाम्मल संस्थानों के लंबे इतिहास में यह शानदार क्षण है जो शहर में शतरंज क्रांति के पीछे उत्प्रेरक ताकत है।गुकेश और आर प्रज्ञानानंदा सबसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी बने हुए हैं, वहीं स्कूल सैकड़ों उभरते शतरंज खिलाड़ियों को विशेषज्ञ प्रशिक्षण प्रदान करता है।
वेलाम्मल में शतरंज के सह-समन्वयक एस वेलावन ने कहा, शतरंज हमेशा से शहर की संस्कृति का हिस्सा रहा है और शतरंज को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाने के फैसले ने वास्तव में इसे फलने-फूलने में मदद की है। निश्चित रूप से प्रेरणा लेने के लिए उनके पास आनंद जैसे चैंपियन भी हैं। लेकिन फिलहाल वेलाम्मल में हर कोई विश्व चैंपियन गुकेश का स्कूल परिसर में स्वागत करने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहा है।