हॉलैंड पहली बार फीफा महिला विश्व कप के फाइनल में
लियोन। जैकी ग्रोएनेन के अतिरिक्त समय में किए गए गोल की बदौलत हॉलैंड ने बड़ा उलटफेर करते हुए 4 बार की सेमीफाइनलिस्ट स्वीडन को 1-0 से हराकर पहली बार फीफा महिला विश्व कप के फाइनल में प्रवेश कर लिया है।
एक लूज बॉल को खेलते हुए फ्रैंकफर्ट की खिलाड़ी जैकी ने स्वीडन की गोलकीपर हेडविग लिंडाल के सिर के ऊपर से गेंद उछालते हुए गेंद को गोल के अंदर पहुंचा टीम के लिए 99वें मिनट में मैच विजयी गोल कर दिया।
इस जीत के बाद सरीना विजमैन की डच टीम ने खिताबी मुकाबले में जगह बना ली, जहां उसका मुकाबला अब गत चैंपियन अमेरिका से रविवार को स्टेड डी लियोन में होगा। यह दिलचस्प है कि महिला फुटबॉल विश्व कप में यह पहला मौका था, जब सेमीफाइनल मुकाबला अतिरिक्त समय तक खेला गया। विश्व कप के सेमीफाइनल में पहली बार पहुंची हॉलैंड ने 90 मिनट तक 4 बार की सेमीफाइनलिस्ट स्वीडन को 0-0 से बराबरी पर रोके रखा।
मैच के पहले हॉफ में केवल हॉलैंड की तरफ से ही 1 शॉट टारगेट पर लगा जबकि स्वीडन ने गेंद को कब्जे में रखने में आक्रामकता दिखाई। आखिरी मिनट में नथाली बोजोर्न की जगह आईं एलिन रूबेनसन का 37वें मिनट में 1 अच्छा शॉट लीना हर्टिंग ने रोका जिसे सारी वान विनेनडाल ने दूर छिटकाया।
वर्ष 2003 की उपविजेता ने मैच के 18वें और 19वें मिनट में भी अच्छे मौके बनाए लेकिन गोल में इसे तब्दील नहीं कर सकी। पीटर गेरहार्डसन की टीम ने मैच के 56वें मिनट में नीना फिशर के बॉक्स में एक निचले स्ट्राइक से अच्छी शुरुआत की लेकिन डिजायरी वान लुनटेरेन ने इसे दूर कर गोल से रोक दिया।
विवियाना मिएडेमा ने भी नियमित समय में हॉलैंड के लिए गोल के कई बेहतरीन मौके बनाए। आर्सेनल फॉरवर्ड ने 64वें मिनट में कॉर्नर से हेडर किया लेकिन स्वीडन की कीपर लिंडाल ने इसे बचाया और नियमित समय में दोनों ही टीमें गोलरहित बराबरी पर रहीं जिससे मैच का फैसला अतिरिक्त समय में हुआ।