राष्ट्रीय चैंपियनशिप 'रामभरोसे', नाडा नदारद
गुवाहाटी। रियो ओलंपिक में रूस के सरकार प्रायोजित डोपिंग के मसले पर दुनियाभर में मचे बवाल के बीच जहां खेलों में पारदर्शिता को लेकर लगातार बहस तेज हो गई है तो वहीं देश की डोपिंगरोधी एजेंसी (नाडा) ही इसे लेकर गंभीर दिखाई नहीं दे रही है। विडंबना यह है कि नाडा यहां चल रही राष्ट्रीय पुरुष मुक्केबाजी प्रतियोगिता और इससे पहले हरिद्वार में हुई महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप से नदारद रही।
गुवाहाटी में 8 से 13 दिसंबर तक आयोजित पुरुष राष्ट्रीय चैंपियनशिप के आयोजन से करीब 3 सप्ताह पहले भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) ने नाडा को आधिकारिक रूप से पत्र लिखे थे और कई बार याद दिलाने के बावजूद नाडा ने राष्ट्रीय चैंपियनशिप के लिए अपनी टीम को नहीं भेजी।
राष्ट्रीय चैंपियनशिप के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि हम इस बात से हैरान हैं कि नाडा को कई बार पत्र लिखने के बाद भी उन्होंने खिलाड़ियों के सैम्पल लेने के लिए किसी टीम को यहां नहीं भेजा। इससे पहले गत माह हरिद्वार में महिला राष्ट्रीय चैंपियनशिप में भी नाडा ने कोई टेस्ट आयोजित नहीं किया था।
उन्होंने कहा कि बॉक्सिंग फेडरेशन के महासचिव जय कोली ने गुवाहाटी में पुरुष चैंपियनशिप से पहले 14 नवंबर, 29 नवंबर और 7 दिसंबर को नाडा के महानिदेशक को पत्र लिखे थे और उन्हें बाद में भी टूर्नामेंट के दौरान खिलाड़ियों के सैम्पल लेने के लिए कहा था, लेकिन हमें कोई जवाब नहीं मिला और नाडा देश में मुक्केबाजी को लेकर चल रही इतनी बड़ी चैंपियनशिप से नदारद है। (वार्ता)